वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन के प्लैटफॉर्म पर डिप्टी एसएस और रेलवे अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों की मदद से एक बार फिर किलकारी गूंजी। दिल्ली से ट्रेन में सवार होकर अपने घर जा रही गर्भवती महिला को अचानक प्रसव पीड़ा होने लगी। कोच में सवार अन्य यात्रियों ने जब महिला की हालत देखी तो आनन-फानन में झांसी कंट्रोल रूम को सूचित कर महिला के लिए मदद मांगी। जानकारी मिलते ही रेलवे अस्पताल के डॉक्टर, नर्स और स्टेशन के डिप्टी एसएस प्लैटफॉर्म पर पूरी तैयारी के साथ पहुंच गए। इसके बाद महिला को ट्रेन से उतार कर सफल प्रसव कराया गया। बच्चे की किलकारी गूंजते ही स्टेशन का माहौल पूरी तरह बदल गया। रेलवे की तत्परता देख अन्य यात्रियों ने पूरे स्टाफ का स्टॉल से बिस्किट लेकर मुंह मीठा कराते हुए आभार जताया। इसके बाद माँ और बच्चे को आगे की देखभाल के लिए मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया।
महोबा के मझालवारा गांव की रहने वाली पुष्पा (33) दिल्ली में रहकर काम करती है। गुरुवार को गर्भवती पुष्पा अपने तीन बच्चों के साथ हजरत निजामुद्दीन – वास्को-डी-गामा गोवा एक्सप्रेस (12780) के स्लीपर कोच S-9 की बर्थ नंबर 72 पर महोबा जाने के लिए झांसी तक यात्रा कर रही थी। ट्रेन जब ग्वालियर से झांसी की ओर बढ़ रही थी कि तभी उसे प्रसव पीड़ा होने लगी। उसकी तकलीफ देखकर सह यात्रियों ने तुरन्त झांसी रेलवे कंट्रोल रूम को सूचित कर महिला की स्थिति के बारे में बताया और डॉक्टर की मदद माँगी। कंट्रोल रूम ने यह जानकारी वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन के डिप्टी एसएस राजीव कुमार श्रीवास्तव को बढ़ा दी। इस सूचना के बाद डिप्टी एसएस ने रेल चिकित्सक डॉ. सिराज खान को कॉल किया।
ट्रेन के झांसी पहुंचने से पहले डॉ. सिराज खान, डिप्टी एसएस राजीव कुमार श्रीवास्तव, नर्स सुनीता देवी व महिला टिकट चेकिंग कर्मी ज्योतिका प्लेटफार्म नम्बर 2 पर आ रही गोवा एक्सप्रेस को अटेंड करने पहुंच गए। ट्रेन रात्रि लगभग 10 बजे प्लेटफार्म पर पहुंची तो चिकित्सक ने परीक्षण कर स्पष्ट कर दिया कि प्रसव किसी भी समय हो सकता है। इसके बाद महिला को अन्य यात्रियों की मदद से प्लेटफार्म पर उतारा गया और वहीं चिकित्सक व नर्स ने सफल प्रसव कराया। इसके साथ ही महिला के परिजनों को भी सूचित किया गया।

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