केरल पुलिस से जुड़ी एक दुखद घटना में विशेष अभियान समूह (SOG) के एक कमांडो ने आत्महत्या कर ली। 35 वर्षीय कमांडो विनीत, जो माओवादियों के खिलाफ अभियान का हिस्सा थे, ने मलप्पुरम जिले के अरेकोड पुलिस कैंप में अपनी सर्विस राइफल से खुद को गोली मार ली।
यह घटना सोमवार रात हुई। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, विनीत छुट्टी न मिलने और अत्यधिक काम के दबाव के कारण तनाव में थे।
गर्भवती पत्नी के पास जाने की थी इच्छा वायनाड के रहने वाले कमांडो विनीत पिछले 45 दिनों से लगातार ड्यूटी पर थे। बताया जा रहा है कि उन्होंने अपनी गर्भवती पत्नी के साथ समय बिताने के लिए छुट्टी की मांग की थी। हालांकि, अधिकारियों द्वारा छुट्टी मंजूर न किए जाने पर वह मानसिक दबाव का सामना कर रहे थे।
पुलिसकर्मियों में बढ़ता आत्महत्या का ग्राफ विनीत की आत्महत्या से केरल पुलिस में बढ़ते तनाव और आत्महत्या की घटनाओं पर फिर से सवाल खड़े हो गए हैं। अनौपचारिक आंकड़ों के मुताबिक, अब तक लगभग 90 पुलिसकर्मी काम के दबाव और तनाव के कारण अपनी जान ले चुके हैं।
लगातार काम का दबाव बना मौत की वजह विशेष अभियान समूह के साथ जुड़े विनीत लंबे समय से माओवादियों के खिलाफ अभियान का हिस्सा थे। बिना किसी ब्रेक के लगातार ड्यूटी ने उनके तनाव को और बढ़ा दिया। आखिरकार, रविवार रात उन्होंने कैंप में अपनी सर्विस राइफल से आत्महत्या कर ली। घटना के तुरंत बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
सवालों के घेरे में काम का माहौल विनीत की आत्महत्या ने पुलिसकर्मियों के काम के माहौल और छुट्टी व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अत्यधिक दबाव और तनाव को कम करने के लिए अधिकारियों को पुलिसकर्मियों की मानसिक स्वास्थ्य और उनके निजी जीवन को भी प्राथमिकता देनी चाहिए।