राष्ट्रीय राजधानी में 25 मई को होने वाले मतदान से पहले दिल्ली की बीजेपी इकाई ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर बुर्कानशीं महिलाओं की जांच के लिए पोलिंग बूथों पर महिला सुरक्षा की तैनाती बढ़ाए जाने की मांग की है।
इस पर ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने आपत्ति जताई है।
उन्होंने कहा, “भाजपा के दिल्ली इकाई ने निर्वाचन आयोग से कहा है कि बुर्के में औरतों की खास जांच होनी चाहिए। तेलंगाना में पिछले दिनों हुए लोकसभा के मतदान के दौरान इनके उम्मीदवार ने मुस्लिम ख्वातीन की सरेआम बेइज्जती की और परेशान किया। हर चुनाव में भाजपा कोई न कोई बहाना ढूंढ कर मुस्लिम ख्वातीन को परेशान करती है और निशाना बनाती है। परदा-नशीं औरतों को लेकर निर्वाचन सदन के साफ दिशानिर्देश हैं, चाहे वो बुर्के में हों या घूंघट में, या मास्क में, बिना जांच के किसी को भी वोट देने नहीं दिया जाता। तो फिर भाजपा को ऐसी खास मांग क्यों करनी पड़ी? बस मुस्लिम औरतों को निशाना बनाया जाए, उनको सताया जाए और उन्हें वोट देने में बाधा पैदा करें।“
वहीं ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय प्रवक्ता वारिस पठान ने भी बीजेपी के इस पत्र पर आपत्ति जताते हुए कहा, “यह बीजेपी का नाटक और नौटंकीबाजी है। मुस्लिम महिलाओं को परेशान और बेइज्जत करने के मकसद से यह सब कुछ किया जा रहा है। बुर्का उतारकर देखेंगे। नकाब उतारकर देखेंगे। आखिर क्या है ये सब? बीते दिनों हैदराबाद में एक महिला उम्मीदवार सभी पोलिंग बूथों पर जाकर मुस्लिम मतदाताओं की बुर्का उठाकर देख रही थी। आखिर क्या है ये सब? हमने उसके खिलाफ शिकायत भी की है।“
वारिस ने बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “ये लोग चाहते ही नहीं हैं कि मुस्लिम महिलाएं आकर मतदान करें और यह बात हिंदू-मुस्लिम की करते हैं। मुस्लिमों को बेइज्जत किए बिना बीजेपी को खाना हजम नहीं होता, इसलिए ये सारी नौटंकी हो रही है। पांच चरण के चुनाव के बाद अब इन लोगों को कुछ समझ नहीं आ रहा है कि क्या किया जाए, इसलिए इस तरह की नौटंकी कर रहे हैं।“
दरअसल, बीजेपी ने अपने पत्र में दिल्ली के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ाए जाने की मांग की है। पत्र में कहा गया है कि मतदान के दौरान शरारती गतिविधियों पर पाबंदी लगाए जाने के मकसद से महिला सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ाना जरूरी है। पत्र में बीजेपी ने बुर्कानशीं महिलाओं के अलावा पर्दा कर आने वाली सभी महिलाओं की जांच के लिए भी महिला सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ाने की मांग की है। पत्र में स्पष्ट कहा गया है कि पोलिंग बूथों पर घूंघट और मास्क लगाकर पहुंचने वाली महिलाओं की भी जांच हो। कई बार लोग पर्दे की आड़ में अपने नापाक मंसूबों को अंजाम दे जाते हैं।
बता दें कि छठे चरण में आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश की 58 सीटों पर मतदान होने हैं। कुल 889 उम्मीदवार चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। हरियाणा में सबसे अधिक 223 और जम्मू-कश्मीर में सबसे कम 20 प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरे हुए हैं। इसी कड़ी में दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर भी मतदान हैं। दिल्ली में मुख्य मुकाबला इंडिया गठबंधन और बीजेपी के बीच है। गठबंधन के तहत दिल्ली की सात लोकसभा सीटों में से आम आदमी पार्टी चार और बीजेपी तीन सीटों पर चुनाव लड़ रही है। बीजेपी ने सभी सीटों पर अपने उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा है।