कानपुर में कुशाग्र हत्याकांड में जेल से 72 घंटे की पुलिस कस्टडी रिमांड पर हत्यारोपितों को लाया गया है। पुलिस सूत्रों की माने तो आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि फिरौती मिलते ही कानपुर से कहीं बाहर शिक्षिका के साथ घर बसाने की तैयारी थी। जिसको लेकर काफी लंबे समय से यह सभी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे।
पुलिस सूत्रों की माने तो घटना के मुख्य आरोपी प्रभात ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि कुशाग्र की हत्या फिरौती के लिए ही की थी। फिरौती वाले पत्र में अल्लाह- ओ-अकबर लिखकर पुलिस को भ्रमित करने की योजना बनाई थी। ताकि समय मिल सके और शव के टुकड़े कर गंगा में फेका सके। प्रभात ने पुलिस को यह भी बताया है कि जिसकी लेकर उसने पालीथीन व बैग पहले से ही खरीदकर रखे थे। पुलिस पूछताछ में प्रभात नहीं है अभी बताया है कि कुशाग्र को घर ले जाते ही उसकी हत्या कर दी थी और हत्या के बाद एक वीडियो भी बनाया था, ताकि उसे दिखाकर कनोडिया परिवार से फिरौती वसूली जा सके।
पुलिस सूत्रों की माने तो मुख्य आरोपी प्रभात ने बताया है कि रचिता व शिवा के साथ मृतक कुशाग्र की ***** आराध्या के पैदा होने की पार्टी में शामिल हुए था। उसने बताया कि जब वह कुशाग्र के घर गया और मृतक कुशाग्र के घर की सभी सुख-सुविधायें देखकर उसके मन में लालच आ गया। जिसको लेकर उसने रचिता व शिव को भी पूरे प्लान में शामिल किया। इस दौरान जब रचिता ने बताया कि कुशाग्र के पिता कारोबारी है और व्यापार के सिलसिले में घर से बाहर रहते है। टी इससे प्लान और मजबूत हो गया और सही समय देखकर घटना को अंजाम दे दिया था।