उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में लापरवाह पुलिसकर्मियों पर पुलिस कप्तान ने बड़ी कार्रवाई की है। कार्रवाई के तहत, 12 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है। इनमें एक चौकी इंचार्ज, दो दरोगा भी शामिल हैं।
दरअसल, मेरठ के होटल हारमनी इन में कैसिनो की सूचना मिली थी, इसके बाद होटल में पुलिस का छापा पड़ा था। एसएसपी मेरठ विपिन ताडा ने टीम गठित कर होटल में छापेमारी कराई थी, जहां कैसिनो में अय्याशी चल रही थी। मौके से होटल मालिक नवीन अरोड़ा समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद इस मामले में होटल के पांच मालिकों को नामजद करते हुए 15 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी थी।
होटल हारमनी इन में छापेमारी की सूचना छापे से पहले ही लीक हो गई, जिसमें कई रईसजादे भाग निकले। इस सूचना को लीक करने का आरोप फूलबाग चौकी इंचार्ज कुंवर सिंह, सिपाही अमित और सिपाही मृदुल पर लगा। एसएसपी मेरठ विपिन ताडा ने तीनों को लाइन हाजिर कर दिया।
मवाना में बीजेपी नेता सौरभ शर्मा के साथ मारपीट मामले में दो दरोगाओं पर कार्रवाई हुई है। मवाना थाने में मंदिर समिति के विवाद के दौरान हुई इस घटना में हंगामे के बीच बीजेपी नेता की एक महिला से बहस हो गई थी, जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने उन्हें धक्के देकर बाहर निकाला। आरोप है कि इस दौरान नेता के साथ मारपीट की गई। एसएसपी विपिन ताडा की जांच में उप निरीक्षक अमित मलिक और सौरभ यादव की गलती पाए जाने पर उन्हें लाइन हाजिर कर दिया गया है।
सिर्फ इतना ही नहीं, एसएसपी मेरठ विपिन ताडा ने तीन थानों में सात लापरवाह पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई करते हुए लाइन हाजिर किया है। इन पुलिसकर्मियों में टीपी नगर थाना इलाके के हेड कांस्टेबल राहुल कुमार और कपिल कुमार, कंकरखेड़ा थाने के सिपाही राकेश कुमार, सरधना थाना इलाके के हेड कांस्टेबल दीपक चौहान, सिपाही अभिषेक कुमार, शोहबरन सिंह और राहुल कुमार शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ये पुलिसकर्मी न तो ढंग से ड्यूटी कर रहे थे और न ही वर्दी में आने को तैयार थे।