प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूटान के दो दिन के दौरे पर हैं। यहां पर उन्हें भूटान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया गया। भूटान के राजा जिग्मे वांगचुक ने प्रधानमंत्री को वहां के सर्वोच्च ‘ऑर्डर ऑफ ड्रूक ग्यालपो’ अवॉर्ड से सम्मानित किया।
भूटान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान पाने वाले पीएम मोदी पहले विदेशी शासनाध्यक्ष बन गए हैं। मोदी ने कहा कि वो इस सम्मान को पाकर गर्व महसूस कर रहे हैं और इसे 140 करोड़ भारतीयों को समर्पित करते हैं।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा, “आज एक भारतीय के नाते मेरे जीवन का बहुत बड़ा दिन है, आपने मुझे भूटान के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया है। हर पुरस्कार अपने आप में विशेष होता ही है लेकिन जब किसी अन्य देश से पुरस्कार मिलता है तो यह महसूस होता है कि हम दोनों देश सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।”
पीएम मोदी को ‘ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो’ सम्मान की घोषणा 17 दिसंबर, 2021 को 114वें राष्ट्रीय दिवस समारोह के दौरान भूटान के राजा द्वारा की गई थी। भूटान पहुंचने पर पीएम मोदी ने इसे प्राप्त किया। 2014 में प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद से यह उनकी तीसरी यात्रा है।
आपको बता दें कि भूटान में ‘ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो’ अब तक सिर्फ 4 प्रतिष्ठित हस्तियों को मिला है। पीएम मोदी से पहले 2008 में महामहिम रॉयल क्वीन दादी आशी केसांग चोडेन वांगचुक, जे थ्रिज़ुर तेनज़िन डेंडुप (भूटान के 68वें जे खेंपो) और 2018 में परम पावन जे खेंपो त्रुलकु न्गावांग जिग्मे चोएद्रा को यह सम्मान दिया जा चुका है।
इसस पहले वो राजधानी थींपू के ताशिचो द्जोंग पैलेस पहुंचे। यहां उनका औपचारिक स्वागत हुआ। उन्होंने भूटान के राजा जिग्मे वांगचुक से मुलाकात की। भूटान पहुंचने पर प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे ने पारो एयरपोर्ट पर मोदी का गले मिलकर स्वागत किया।
आपको बता दें कि पीएम मोदी की इस यात्रा के दौरान भारत और भूटान के बीच कुल 7 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। ये सभी समझौते पेट्रोलियम, ऊर्जा, खेल, मेडिकल प्रोडक्ट की टेस्टिंग से जुड़े हुए हैं। इसमें सबसे अहम समझौता भारत और भूटान के बीच रेलवे लिंक की स्थापना है।