उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी सरकार की चौथी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के अवसर पर निवेशकों व उद्यमियों से कहा कि आज उत्तर प्रदेश एफ डी आई और फॉर्च्यून ग्लोबल 500 पॉलिसी लाने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। हम जानते हैं कि उत्तरप्रदेश में एफ डी आई कि स्थिति अलग थी। 2000 से लेकर 2017 तक जितना एफ डी आई राज्य में आया उसकी अपेक्षा 2019 से 23 के बीच मात्र चार वर्ष में यह चार गुना एफ डी आई लाने में सफलता मिली। जब कानून व्यवस्था दुरुस्त होती है तो निवेशक आकर्षित होते हैं। आज 14 फॉर्च्यून ग्लोबल 500 कम्पनिया प्रदेश में कार्यरत हैं। इनमें एल जी, पेप्सिको, नायरा एनर्जी, टाटा, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आइकिया, सैमसंग, मॉइक्रोसॉफ्ट, रिलायंस इंडस्ट्रीज, हायर आदि कम्पनियां सफलता पूर्वक कार्य कर रही हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक, सीएम योगी ने आगे कहा कि उत्तरप्रदेश ने पिछले वर्ष जब ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट किया था तो इसमें 400 बिलियन यूएस डॉलर के निवेश प्रस्ताव उत्तरप्रदेश की एफ डी आई के ड्रीम डेस्टिनेशन के रूप में उभरने के संकेत देते थे,लेकिन उसमें चैलेंज था। आज ये पॉलिसी हमने दी तो उसकी वजह से आज कम्पनियों के लिए यूपी एक ड्रीम स्टेट के रूप में उभरा है। मेरा निवेशकों से कहना है यूपी आएं,और निवेश करें। पहले यहां शासन और विभागों के मकड़जाल में फाइल उलझ जाती थी,आज सिंगल विंडो सिस्टम काम हो रहा है साथ ही इंसेंटिव मॉनिटरिंग सिस्टम से कार्य हो रहा है। मेरा कहना है उत्तरप्रदेश सरकार निवेशकों के हितों को पूरा संरक्षण देने को तैयार है। यह एफ डी आई कॉन्क्लेव कम्पनियों को अधिक से अधिक निवेश के लिए आमंत्रित करता है, उनके निवेश का पूरा संरक्षण होगा..!!!!
टॉप 10 ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां:-
●मैन्युफैक्चरिंग- 21%
●रियल स्टेट- 6%
●रिन्यूएबल एनर्जी- 13%
●एमएसएमई- 5%
●आईटी इलेक्ट्रॉनिक्स- 9%
●हॉस्पिटैलिटी &इंटरटेनमेंट-3 %
●पॉवर- 8%
●वेस्ट मैनेजमेंट- 3%
●फूड प्रोसेसिंग- 6%
●एजुकेशन- 3%
उत्तर प्रदेश के समावेशी विकास को गति दे रहा है जीबीसी-4.0
आज उत्तर प्रदेश देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। देश की जीडीपी में उत्तर प्रदेश का योगदान 9.2 प्रतिशत है। सुरक्षित निवेश यानी उत्तर प्रदेश आज यूपी की पहचान बन चुकी है। यही वजह है कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से 40 लाख करोड़ का निवेश प्रस्ताव प्राप्त करने के बाद मात्र एक वर्ष की अल्प अवधि में यूपी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी-4.0 के माध्यम से 10 लाख करोड़ रुपए से अधिक की 14000 परियोजनाओं को धरातल पर उतारने में सफल रहा। इससे एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी वहीं उत्तर प्रदेश में 34 लाख नए रोजगार का भी सृजन होगा।
जीबीसी-4.0 और निवेश सम्मेलन के माध्यम से योगी सरकार प्रदेश के असंतुलित विकास को संतुलित करने में सफल रही है। जीबीसी-4.0 के माध्यम से मिले कुल निवेश प्रस्तावों में पश्चिमांचल में 52%, पूर्वांचल में 29%, मध्यांचल में 14% और बुंदेलखंड में 5% प्रतिशत निवेश हो रहा है। योगी सरकार का प्रदेश प्रत्येक जनपद में निवेश सम्मेलन आयोजित कराने का प्रयोग सफल रहा है। आज उत्तर प्रदेश के सभी 75 जनपदों में निवेश आ रहा है, जिससे राज्य के हर जनपद में रोजगार के नए अवसर सृजित हुए हैं। इसी प्रदेश के समावेशी विकास को गति मिल रही है। जीबीसी-40 के मध्यम से मैनुफैक्चरिंग में दो लाख करोड, अक्षय ऊर्जा में एक लाख करोड़, आई टी एंड इलेक्ट्रॉनिक्स में 90000 करोड़, फूड प्रोसेसिंग में 60000 करोड़, वेस्ट मैनेजमेंट में 25000 करोड़ रुपए के निवेश धरातल पर उतरे हैं।
इसके अलावा कृषि, डेयरी और शिक्षा सहित 17 अन्य सेक्टर में निवेश आया है, जो उत्तर प्रदेश के समग्र विकास की गाथा लिखेंगे। देश की 56 प्रतिशत कामगार आबादी वाला उत्तर प्रदेश अब भारत के श्रम शक्ति पुंज वाले राज्य से से देश के अर्थ शक्ति पुंज वाला प्रदेश बनने की ओर अग्रसर है। तमिलनाडु के त्रिपुर जिले में टेक्सटाइल सेक्टर में काम करने वाले 60000 हजार कामगार इसी वर्ष अपने गृह राज्य उत्तर प्रदेश आ चुके हैं। ये उत्तर प्रदेश के बदले हुए परिवेश को बताता है। आज उत्तर प्रदेश की पहचान जॉब क्रिएटर स्टेट के तौर पर हो रही है। अब लोग कहने लगे हैं रोजगार चाहिए तो उत्तर प्रदेश आइए।