ऐतिहासिक महिला आरक्षण बिल पास होने के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने इसे मील का पत्थर बताया है। उन्होंने ट्वीट करके लिखा, जहां चाह है, वहां राह है। अमित शाह ने कहा कि आज एक ऐतिहासिक मील का पत्थर हासिल हुआ है। राज्यसबा में महिला आरक्षण बिल को पारित कर दिया गया है।
अमित शाह ने कहा कि लंबे समय से यह मांग चली आ रही थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनियाभर में लैंगिक समानता और समावेशी शासन का एक शक्तिशाली संदेश भेजा है। मोदी को मेरा हृदय से आभार। देश के हर नागरिको को बधाई।
बता दें कि महिला आरक्षण बिल को संसद के दोनों सदनों में पास कर दिया या है। लोकसभा में 454 मतों से और राज्यसभा में 215 वोटों से इसे पास कर दिया गया है। राज्यसभा में इस बिल पर वोटिंग से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसदों से अपील की कि वह इस बिल को सर्वसम्मति से पास करें और इसके समर्थन में मतदान करें।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह बिल देश के लोगों में नया भरोसा पैदा करेगा। इस बिल में सभी राजनीतिक दलों, सांसदों ने अहम भूमिका निभाई है। आइए इस बिल के जरिए एक मजबूत संदेश देते हैं।
गौर करने वाली बात है कि इससे पहले 2010 में राज्यसभा ने इस बिल को पास कर दिया था। कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए सरकार ने इस बिल को सदन में पेश किया था। हालांकि यह बिल लोकसभा में पास नहीं हो पाया था।
बता दें कि पिछले 20 साल में लोकसभा में महिला सांसदों की संख्या में 59 फीसदी बढ़ोत्तरी देखने को मिली है। 1999 में लोकसभा में 99 महिला सांसद थीं, जबकि 2019 के चुनाव के बाद मौजूदा समय में लोकसभा में 78 महिला सांसद हैं।
देश की विधानसभाओं की बात करें तो किसी भी राज्य में 15 फीसदी से अधिक महिला विधायक विधानसभा में नहीं हैं। सबसे अधिक महिला विधायक छत्तीसगढ़ में हैं। यहां पर 14.44 फीसदी महिला विधायक हैं। वहीं मिजोरम में एक भी महिला विधायक नहीं है।