पाकिस्तान के सिंध प्रांत में इस सप्ताह डकैतों के गिरोह द्वारा एक हिंदू मंदिर पर रॉकेट से हमला करने के बाद अधिकारियों ने प्रांत के मंदिरों में उच्च सुरक्षा अलर्ट का आदेश दिया है और 400 पुलिस कर्मियों को तैनात किया है।
हमलावरों ने रविवार को सिंध प्रांत के काशमोर इलाके में मंदिर और आसपास के हिंदुओं के घरों पर हमला किया। ‘जियो न्यूज’ पोर्टल की खबर के अनुसार, सिंध पुलिस प्रमुख गुलाम नबी मेमन ने पूरे प्रांत के मंदिरों की सुरक्षा के लिए हाई अलर्ट का आदेश दिया है।
खबर में अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि मंदिरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न रेंज और जिलों में 400 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। पुलिस कर्मी प्रशासनिक आधार पर सुरक्षा कर्तव्य निभाएंगे और मंदिरों में तैनात सभी कर्मियों को भी दो महीने के लिए सुरक्षा कर्तव्यों का काम सौंपा गया है।
सिंध के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) गुलाम नबी मेमन ने हिंदुओं से मंदिरों में सुरक्षा कर्तव्यों के लिए तैनात कर्मियों के साथ हर संभव सहयोग सुनिश्चित करने का अनुरोध करते हुए कहा कि प्रांत में रहने वाले अल्पसंख्यकों और अन्य समुदायों की रक्षा करना पुलिस की जिम्मेदारी है।
काशमोर-कंधकोट पुलिस ने मंदिर पर हमले को लेकर सोमवार को अज्ञात हमलावरों के खिलाफ आतंकवाद रोधी अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। अज्ञात हमलावरों के खिलाफ एक मामला गौसपुर थाने में दर्ज किया गया। पुलिस अधिकारी ने कहा कि तलाश अभियान शुरू कर दिया गया है और दोषियों को पकड़ लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गौसपुर शहर में एक सदी पुराना मंदिर है, जिसकी सुरक्षा पुलिस ने सुनिश्चित की है।
सिंध के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ज्ञानचंद एस्सरानी ने प्रांत के डकैतों से आग्रह किया है कि वे अपने हिंदू समुदाय को नुकसान न पहुंचाएं जो पिछली कई शताब्दियों से इस क्षेत्र में शांतिपूर्वक रह रहे हैं। मंत्री ने सोमवार को प्रांतीय विधानसभा के पटल पर एक प्रश्न का उत्तर देते समय यह अपील की।
मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) के विधायक मंगला शर्मा ने कहा कि नदी क्षेत्रों में भारी हथियारों से लैस डाकुओं ने सिंध में एक मंदिर पर हमला करने के लिए रॉकेट लॉन्चर का इस्तेमाल किया। शर्मा ने कहा कि घटना के बाद समुदाय डर के साये में जी रहा है। दूसरी ओर, एस्सरानी ने सदन को बताया कि डकैतों ने प्रांत के मंदिरों पर हमला करने की भी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में हिंदू समुदाय ने कुछ भी गलत नहीं किया है, इसलिए उनके पूजा स्थलों को नुकसान नहीं पहुंचाया जाना चाहिए।