पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को इस्लामाबाद में हाईकोर्ट से गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद पाकिस्तान में पिछले कुछ दिनों में भयंकर तनाव देखने को मिला। हजारों की संख्या में लोगों ने गुस्से में सेना के अधिकारियों के घरों में आग लगा दी। इस पूरे घटनाक्रम के बीच अदालत ने इमरान की गिरफ्तारी पर 17 मई तक रोक लगा दी है। अदालत से राहत मिलने के बाद पहली बार इमरान खान ने अपने समर्थकों को संबोधित किया और इस दौरान उन्होंने पाकिस्तानी आर्मी पर जमकर भड़ास निकली। उन्होंने अपनी पार्टी तहरीक ए इंसाफ के कार्यकर्ताओं से किसी भी तरह की हिंसा में शामिल न होने की अपील की।
पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी के मुखिया और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान मुखर होकर सेना की आलोचना कर रहे हैं। अब अपने ताजा बयान में इमरान खान ने सेना को खुला चैलेंज देते हुए कहा है कि अगर वह राजनीति ही करना चाहते हैं, तो अपनी राजनीतिक पार्टी बना लें। पार्टी बनाने से डर क्यों रहे हैं। राजनीति करना ही है तो खुल कर करें। चोरी-छिपे दखल देना सही नहीं है। इसके बाद इमरान खान ने पाकिस्तानी सेना के मीडिया विंग के डीजी मेजर जनरल अहमद चौधरी का नाम लेकर उनपर निशाना साधा।
जेल से रिहा होने के बाद इमरान खान ने शनिवार को लाहौर में अपने आवास पर एक पब्लिक मीटिंग को संबोधित किया। इस दौरान पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग के चीफ मेजर जनरल अहमद चौधरी ने हाल ही में इमरान खान को अपने एक बयान का जिक्र किया जिसमें उन्होंने इमरान को पाखंडी कहा था।
इस पर निशाना साधते हुए इमरान खान ने कहा- सुनो डीजी आईएसपीआर तब आप पैदा भी नहीं हुए थे, जब मैं दुनिया में देश का प्रतिनिधित्व कर रहा था और इसका नाम रोशन कर रहा था। तुम्हें, मुझे पाखंडी कहने पर तुम्हे शर्म आनी चाहिए। बता दें की इमरान खान राजनीति में आने से पहले पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान थे और इन्होने अपने दम पर पाकिस्तान को कई मैचों में जीत दिलाई थी।
इमरान खान ने आगे कहा कि आप राजनीति कर रहे हैं तो आप अपनी राजनीतिक पार्टी क्यों नहीं बना लेते। आपको किसने अधिकार दिया कि आप मेरे ऊपर इस तरह के आरोप लगाएं। ऐसा बोलते हुए कुछ तो शर्म करो। पीटीआई चीफ ने कहा कि जब वह प्रधानमंत्री थे तो सेना की इमेज अच्छी थी।
लेकिन जब तत्कालीन आर्मी चीफ ने मेरी पीठ में छुरा घोंपा और पाकिस्तानी के सबसे भ्रष्ट लोगों को सत्ता में लेकर आ गए तो लोगों ने सेना की आलोचना करना शुरू कर दिया। सेना की आलोचना मेरी वजह से नहीं बल्कि पूर्व आर्मी चीफ की वजह से हो रही है।