अयोध्या: अयोध्या छावनी के संत परमहंस आचार्य ने हाल ही में सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि चार लोग मौर्य को गोली मार देंगे। इस पर जब सपा नेता से प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने परमहंस आचार्य को ‘नरपिशाच’ कह दिया। मौर्य ने कहा कि ये सब धर्माचार्य के भेष में नरपिशाच और आतंकी हैं। जुबान काटने, गला काटने की धमकी देने वाली जुबान किसी साधु-संत की नहीं हो सकती।
वहीं, अयोध्या में विजयादशमी के अवसर पर जगतगुरु परमहंसाचार्य ने सनातन धर्म पर टिप्पणी करने वाले राजनेताओं के पोस्टर जलाए। ऐसे नेताओं को कलयुग का रावण बताया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से राम जी ने रावण का वध किया था। उसी तरह से सनातन धर्म का विरोध करने वाले लोगों का एक-एक करके मैं वध करूंगा।
जगतगुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि मैं देशवासियों से अपील कर रहा हूं जो लोग सनातन धर्म को समाप्त करने की धमकी दे रहे हैं ऐसे लोगों से दूरी बनाए। स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर हमने कई बार इसको समझने का प्रयास किया, लेकिन यह बढ़ता ही जा रहा है। धीरे-धीरे पानी नाक से ऊपर आ गया है। हमने 25 करोड़ का इनाम घोषित किया है कि जो भी इसको गोली मारेगा। मैं उसको 25 करोड़ दूंगा और आर्थिक सहायता भी दूंगा और जो भी सनातन धर्म का विरोध करेगा उसको बख्शा नहीं जाएगा।
दरअसल, जगतगुरु परमहंसाचार्य डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन, बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर, यूपी के सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पुत्र प्रियंक खरगे को सनातन विरोधी और कलयुगी रावण मानते हैं। उन्होंने कहा कि डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन, बिहार के शिक्षा मंत्र, स्वामी प्रसाद मौर्य, प्रियंक खरगे, कुछ लोग सनातन धर्म को डेंगू मच्छर मलेरिया बता रहे हैं, तो कोई एचआईवी बता रहे हैं, कोई कोविड बता रहा है तो कोई समाप्त करने की धमकी दे रहा है। कोई हमारे रामचरितमानस को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बता रहा है। इन राक्षसों का आज हमने पुतला दहन किया है।