गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने प्राइवेट स्कूलों पर बड़ी कार्रवाई की है। प्रशासन ने 90 निजी विद्यालयों पर 1-1 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। बता दें कि कुछ दिन पहले ही हाईकोर्ट ने आदेश दिया था कि स्कूल बंद होने के बाद भी जिन निजी विद्यालयों ने लाकडाउन के दौरान बच्चों के अभिभावकों से फीस वसूली थी वे 15 प्रतिशत वापस करेंगे।
उच्च न्यायालय के आदेश का पालन नहीं करने पर जिलाधिकारी मनीष कुमार ने वद्यालयों पर एक्शन लिया है। इसके साथ ही सभी वद्यालयों को 10 दिन के अंदर जवाब देने के लिए भी कहा गया है। कोरोना के वक्त विद्यालयों ने पैरेंट्स से पूरा शुल्क वसूला था। इसके विरूद्ध अभिभावकों ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की थी। जिसके तहत स्कूलों को शुल्क वापस करने का आदेश दिया गया था। कोर्ट का कहना था कि स्कूलों को महामारी के दौरान लिए गए शुल्क का 15 प्रतिशत अभिभावकों को वापस होगा।
हालांकि कोर्ट आदेश के बाद भी इसका पालन नहीं किया गया। जिन विद्यालयों पर जुर्माना लगा है, उनमें जिले के कई बड़े स्कूलों के नाम शामिल हैं। कोर्ट ने माना था कि लॉकडाउन के दौरान स्कूल सिर्फ टीचिंग फीस के अलावा अन्य कोई शुल्क लेने का हकदार नहीं है।