भगवान भोलेनाथ की आराधना का पावन महीना सावन 22 जुलाई से शुरू हो रहा है। भोलनाथ की आराधना के लिए भक्तगण दूर-दूर से अभिषेक के लिए जल लेकर आते है। जिसके चलते सड़कों पर कांवड़ियों के जत्थे देखने को मिलते है।
कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों की सुरक्षा व यातायात के संचालन के लिए पुलिस ने 22 जुलाई से 4 अगस्त तक पूरे नोएडा में यातायात डायवर्जन किया है। इतना ही नहीं, यातायात पुलिस कांवड़ वाले रूट पर सेक्टर-94 स्थित कमांड कंट्रोल रूम से नजर भी रखेगी। बता दें कि ट्रैफिक पुलिसकर्मी कांवड़ रूट पर 24 घंटे नजर रखेंगे, जिससे किसी प्रकार की सड़क दुर्घटना न हो।
नोएडा ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक, चिल्ला बॉर्डर से कालिंदी कुंज तक का मार्ग शहर में प्रवेश करने वाले कांवड़ियों के लिए आरक्षित है। डीएनडी, चिल्ला और कालिंदी कुंज से भारी वाहनों को एनएच-9 से हटाकर नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के माध्यम से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे की ओर भेजा जाएगा।
इस बाबत डीसीपी ट्रैफिक यमुना प्रसाद ने डायवर्जन प्लान जारी करते हुए इसे बारे में जानकारी दी। जिससे लोगों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने बताया कि पुलिस कांवड़ यात्रा को लेकर पुलिस पूरी तरह गंभीरता, सावधानी और सतर्कता बरतेगी। उन्होंने बताया कि मथुरा, हरियाणा और राजस्थान जाने वाले कांवड़िये नोएडा से होकर गुजरेंगे।
चिल्ला बॉर्डर से प्रवेश करने वाले कांवड़िए शनि मंदिर पुश्ता रोड से होते हुए ओखला बर्ड सेंचुरी तक जाएंगे। इस रोड पर आम वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा। इतना ही नहीं, मार्ग पर बैरिकेड लगाकर यातायात पुलिसकर्मियों की ड्यूटी भी लगाई जाएगी। बर्ड सेंचुरी गेट से बाहर निकलने पर ओखला बैराज की एक लेन कालिंदी कुंज तक कांवड़ियों के लिए निर्धारित रहेगी।
इस मार्ग पर दिल्ली से आने वाले वाहनों पर रोक रहेगी। इसी तरह, सेक्टर-62 मॉडल टाउन से आने वाले कांवड़ियों के लिए यातायात प्रबंधन लागू किया जाएगा। ट्रैफिक पुलिस ने चिल्ला बॉर्डर, मॉडल टाउन सेक्टर-62 और अन्य प्रमुख स्थानों पर ड्यूटी स्टेशन की योजना बनाई है। इस दौरान एनएच-9 पर भारी वाहनों का डायवर्जन भी शुरू हो जाएगा।
ट्रैफिक पुलिस आईटीएमएस (इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) के जरिए स्थिति पर नजर रखेगी। डीसीपी प्रसाद ने बताया कि कांवड़ यात्रा की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए अतिरिक्त सुझाव मांगे जा रहे हैं। कांवड़ियों के लिए सुगम मार्ग सुनिश्चित करने के लिए कुछ सड़कों पर आम वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी। साथ ही, कांवड़ यात्रा वाले मार्ग की फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी की जाएगी।