कर्नाटक के भारतीय जनता पार्टी के विधायक बासनगौड़ा पाटिल यतनाल अक्सर अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं। एक बार फिर रेलवे और टेक्सटाइल के पूर्व राज्यमंत्री बासनगौड़ा ने ऐसा ही बयान दिया है, जिसकी वजह से सियासत गरमा गई है। एक जनसभा को संबोधित करते हुए बीजेपी विधायक बासनगौड़ा पाटिल ने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू भारत के पहले प्रधानमंत्री नहीं थे बल्कि सुभाष चंद्र बोस देश के पहले पीएम थे। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि बीआर अंबेडकर ने कहा था कि भारत को नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा पैदा किए गए डर के कारण आजादी मिली। यह पहली बार नहीं है जब बीजेपी विधायक ने ऐसी विवादित टिप्पणी की हो. इससे पहले अगस्त में उन्होंने कहा था कि कर्नाटक में सत्तारूढ़ सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार छह से सात महीने के भीतर गिर जाएगी।
बीजेपी विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल ने गुरुवार को बेंगलुरु में एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विवादित टिप्पणी की। भाजपा विधायक ने इस बात पर जोर दिया कि जवाहरलाल नेहरू भारत के पहले प्रधानमंत्री नहीं थे बल्कि वह सुभाष चंद्र बोस थे। उन्होंने आगे कहा कि अंग्रेजों ने भारत छोड़ दिया क्योंकि बोस ने उनमें डर पैदा कर दिया था।
बीजेपी विधायक ने कहा कि बाबासाहेब ने एक किताब में लिखा था कि हमें भूख हड़ताल की वजह से आजादी नहीं मिली थी बल्कि इसलिए मिली थी क्योंकि हमने कहा था कि एक गाल पर थप्पड़ मारो तो दूसरा आगे कर लेंगे। पूर्व केंद्रीय रेल और कपड़ा राज्य मंत्री ने इंडिया टुडे के हवाले से कहा, नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा पैदा किए गए डर के कारण हमें आजादी मिली।
बसंगौड़ा पाटिल ने आगे कहा कि द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद अंग्रेज चले गये। जब देश के कुछ हिस्सों में स्वतंत्रता की घोषणा की गई थी तब नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्वतंत्र भारत के पहले प्रधान मंत्री थे। उनके पास अपनी मुद्रा, ध्वज और राष्ट्रगान था। यही कारण है कि पीएम मोदी कहते हैं कि नेहरू भारत के पहले प्रधान मंत्री नहीं थे, बल्कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस थे।