बिहार में नीट पेपर लीक मामले ने तूल पकड़ लिया है। विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार पर हमलावर है।
नीट (यूजी) का प्रश्न पत्र लीक होने के मामले को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जुबानी जंग जारी है। राजद के नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने यहां कहा कि प्रश्न पत्र लीक मामले की जांच एजेंसियां निष्पक्षता से जांच करें, नहीं तो जो नाम अब तक सामने आए हैं, उनके किसके-किसके साथ संबंध हैं, उसका राजद खुलासा करेगी।
तेजस्वी ने शनिवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए आरोप लगाया है कि नीट परीक्षा का पेपर लीक हुआ है और मुख्य साजिशकर्ता संजीव मुखिया का राज्य के बड़े नेताओं से संबंध है। उन्होंने चेतावनी दी कि निष्पक्षता से जांच हो, अन्यथा राजद खुद खुलासा करेगी और उन नेताओं के साथ मुखिया की तस्वीरें जारी करेगी। उन्होंने कहा कि राजद छात्रों और युवाओं का भविष्य खराब करने वालों को नहीं छोड़ेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार चाहे जितना भी ध्यान भटकाने की कोशिश करे, लेकिन सच्चाई सामने आकर रहेगी। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले तो वे पेपर लीक होने की बात मानने को ही तैयार नहीं थे और अब कानून बनाने की बात कर रहे हैं। उन्होंने केंद्र की एनडीए सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि पेपर लीक हो रहे हैं, ट्रेन दुर्घटनाएं हो रही हैं और पुल गिर रहे हैं, लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही है। घूम-फिरकर तेजस्वी और लालू यादव को ये लोग गाली देते हैं। ऐसा लगता है कि वे तो दूध के धूले हैं और जो हो रहा है, हम लोग ही कर रहे हैं।
तेजस्वी ने कहा कि 15 अगस्त के बाद “हम लोग मिलकर कार्यक्रम तय करेंगे और उसके बाद जनता के बीच में ही रहेंगे। हमने विधानसभा में भी कहा था कि नीतीश कुमार ने हमें वनवास नहीं दिया है बल्कि जनता के बीच भेजने का काम किया है। तभी से लगातार हम यात्रा कर रहे हैं। सड़क मार्ग के जरिए लगातार पूरे बिहार की यात्रा की है”।
उन्होंने पटना उच्च न्यायालय के आरक्षण की सीमा में वृद्धि रद्द करने के फैसले पर कहा कि अब जो बिहार में बहाली होने वाली है उसमें इन लोगों को आरक्षण का लाभ नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर उनकी पार्टी आंदोलन करेगी।