वरिष्ठ असमिया अभिनेता एवं निर्देशक कुलदा कुमार भट्टाचार्य का यहां एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 91 वर्ष के थे।
भट्टाचार्य के परिवार ने बताया कि वह पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ थे और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां शुक्रवार रात आठ बजकर 20 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली।
भट्टाचार्य के पार्थिव शरीर को उनके आवास पर ले जाया जाएगा और फिर शहर स्थित सूर्या थिएटर में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा।
उनके परिवार के सदस्यों ने बताया कि भट्टाचार्य ने अपना शरीर चिकित्सकीय अनुसंधान के लिए दान कर दिया था इसलिए उनकी पार्थिव देह को संबंधित प्राधिकारियों को सौंपा जाएगा।
फिल्मों से सक्रिय रूप से जुड़े रहे भट्टाचार्य ने वृत्तचित्र ‘हतिबंधु’ के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2023 में सर्वश्रेष्ठ ‘नरेशन/वॉयस ओवर’ का पुरस्कार जीता था।
सीएम ने जताया शोक
मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने भट्टाचार्य के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘मैं दिग्गज अभिनेता कुलदा कुमार भट्टाचार्य के निधन के बारे में सुनकर बहुत दुखी हूं।’’
शर्मा ने भट्टाचार्य के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘भट्टाचार्य की दमदार आवाज ने असमिया सिनेमा और रंगमंच को बहुत समृद्ध किया। मंच पर उनके अभिनय और आकाशवाणी नाटकों में उनके उल्लेखनीय योगदान को पीढ़ियों तक संजोया जाएगा।’’
गुवाहाटी में जन्मे भट्टाचार्य असमिया फिल्म और रंगमंच की दुनिया की एक प्रमुख हस्ती थे। उन्होंने विभिन्न पात्रों को निभाते समय अपनी अनूठी शैली से एक अलग पहचान बनाई।
उन्होंने कई फिल्मों में काम किया, जिनमें ‘सकुंतला’, ‘लतीघाटी’, ‘चिकमिक बिजुली’, ‘मज रति केटेकी’ और ‘विलेज रॉकस्टार’ शामिल हैं।
वह आकाशवाणी से भी सक्रिय रूप से जुड़े रहे और उन्होंने कई वृत्तचित्रों का निर्माण किया।