भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को कांग्रेस को एक ‘परजीवी पार्टी’ करार दिया, जो दूसरों के वोटों की बैसाखी पर खड़ी है और गठबंधन सहयोगियों को कमजोर कर रही है। केंद्रीय मंत्री ने भाजपा की ओडिशा इकाई की कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए कहा, “जिन लोगों ने संविधान को सबसे ज्यादा चोट पहुंचाई है वे ही सत्ताधारी दल को सिखा रहे हैं कि लोकतंत्र की रक्षा कैसे की जाए।” नड्डा ने आपातकाल का जिक्र करते हुए कहा, “कांग्रेस एक ‘परजीवी पार्टी’ बन गई है और दूसरों के वोटों की बैसाखी पर खड़ी है।
जिन लोगों ने संविधान को सबसे ज्यादा चोट पहुंचाई है, वे अब हमें सिखा रहे हैं कि लोकतंत्र की रक्षा कैसे की जाए। राहुल गांधी को पता नहीं है कि उनकी दादी (इंदिरा गांधी) ने संविधान का किस अलग तरीके से इस्तेमाल किया था।” उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने अतीत में 90 बार निर्वाचित सरकारों को बर्खास्त किया जबकि केंद्र में नरेन्द्र मोदी सरकार ने पिछले 10 वर्षों में कभी भी अन्य दलों की सरकारों को बर्खास्त नहीं किया है। नड्डा ने ‘भारत के लोगों के बीच भाजपा की स्वीकार्यता’ पर प्रकाश डालते हुए दावा किया कि देश की 57 प्रतिशत आबादी भाजपा का समर्थन करती है और पार्टी की सरकारें देश के 58 प्रतिशत क्षेत्र में फैली हुई हैं।
नड्डा ने कहा, “हम (भाजपा) एक अखिल भारतीय पार्टी हैं, जिसकी 18 राज्यों में गठबंधन कीसरकार हैं और इनमें से 13 में अकेले भाजपा की सरकार है। दूसरी ओर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, मिजोरम, त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, दिल्ली, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लद्दाख सहित 13 राज्यों में कांग्रेस शून्य है।’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस कुछ राज्यों में चुनाव जीतने के लिए अन्य दलों पर निर्भर है। उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश जैसे राज्यों की 64 लोकसभा सीट पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला था, जिसमें कांग्रेस केवल दो सीट पर जीत हासिल कर सकी जबकि भाजपा ने 62 सीटें जीतीं। ” भाजपा अध्यक्ष ने दावा किया कि कांग्रेस का ‘स्ट्राइक रेट’ अकेले लड़े गए चुनावों में केवल 26 प्रतिशत है। नड्डा ने कहा, “कांग्रेस केवल अन्य दलों के सहारे ही बची रह सकती है।