उत्तर प्रदेश की रहने वाली दीपाली कन्नौजिया ने पूरे प्रदेश और परिवार का नाम रोशन किया है। 10वीं क्लास में पढ़ने वाली दीपाली ने अपने सपने को पूरा करने के लिए एड़ी-चोटी की जोर लगा दी। गरीबी में पली-बढ़ी दीपाली के सपने हमेशा से बहुत बड़े थे। इसे सच कर दिखाने के लिए वह एक कमरे में बैठ कर पढ़ाई करती थी। इतनी मेहनत के बाद अब उसका चयन अमेरिकी विदेश विभाग के कैनेडी-लुगर यूथ एक्सचेंज एंड स्टडी प्रोग्राम के लिए हुआ। इसके लिए उसे स्कॉलरशिप प्रदान की जा रही है।
दीपाली उत्तर प्रदेश के लखनऊ से ताल्लुक रखती हैं। उनकी मां धोबी का काम करती हैं। परिवार आमदनी अधिक नहीं है। ऐसे में दीपाली ने बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया, ताकि मां को कुछ मदद मिल सके। दीपाली ने दिन-रात अपने सपने के लिए मेहनत की और अपने मुकाम को हासिल किया। स्कॉलरशिप मिलने के बाद दीपाली और उनका पूरा परिवार काफी खुश हैं।
दीपाली देश में चुने गए 30 छात्रों में से एक है। स्कॉलरशिप मिलने के बाद दीपाली ने कहा- ‘मैं इस स्कॉलरशिप कार्यक्रम के लिए पूरे भारत से चुने गए 30 छात्रों में से एक हूं। मैं इस प्रोग्राम के जरिए विभिन्न संस्कृतियों के बारे में जानने के लिए उत्सुक हूं। स्कॉलरशिप कार्यक्रम के तहत उसे देश-विदेश के छात्रों की सोच और संस्कृति को जानने और समझने का मौका मिलेगा।’