रविवार को घाटी में कई जगहों पर जंगल में भीषण आग लग गई, जबकि यहां के विशेषज्ञों ने जंगल में आग लगने की घटनाओं में वृद्धि के लिए जलवायु कारकों और मानवीय लापरवाही दोनों को जिम्मेदार ठहराया है।
एक अधिकारी ने बताया कि त्राल और बांदीपोरा के जंगलों में भीषण आग लग गई है। उन्होंने कहा कि त्राल क्षेत्र के पिंगलिश इलाके में जंगल में आग लगी और यह अन्य इलाकों में भी फैल गई।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले और बांदीपोरा जिले के दादू मरहमा इलाके में भी जंगल में आग लग गई। अधिकारियों ने कहा कि वे आग को जल्द से जल्द बुझाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले के कुनान गांव में भी गत शाम जंगल में भीषण आग लग गई, जिसके बाद अधिकारियों और आपातकालीन टीमों को मौके पर पहुंचना पड़ा। स्थानीय लोगों ने बताया कि आग तेजी से फैली और जंगल के बड़े हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया। इससे आस-पास रहने वाले लोगों में चिंता बढ़ गई। उन्होंने कहा कि धुएं का घना गुबार दूर से ही दिखाई दे रहा था।
इस बीच, प्रशासन ने आग पर काबू पाने के लिए टीमें तैनात कर दी हैं, जबकि स्थानीय स्वयंसेवक और अधिक नुकसान को रोकने के प्रयासों में शामिल हो गए हैं। एक अधिकारी ने कहा कि अभी तक नुकसान की सीमा अज्ञात है। उन्होंने कहा कि वे स्थिति का आकलन कर रहे हैं और अग्निशमन अभियान चल रहा है। आग लगने का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है हालांकि जंगलों में सूखे की स्थिति ने इसके फैलने में योगदान दिया हो सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि जंगलों में आग लगने की घटनाओं में वृद्धि जलवायु कारकों और मानवीय लापरवाही दोनों को ही जिम्मेदार ठहराती है। चल रहे सूखे की वजह से जंगलों में आग लगने की संभावना बढ़ गई है और हाल के दिनों में आग लगने की कई घटनाएं सामने आई हैं।