इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को अब राज्यसभा सदस्य धीरज साहू के आवास में “गड़े हुए खजाने” की तलाश है। उनके रांची स्थित बंगले सुशीला निकेतन में जियो सर्विलांस के जरिए इसका पता लगाया जा रहा है।
इनकम टैक्स की एक टीम जियो सर्विलांस की मशीन लेकर मंगलवार की शाम उनके आवास पहुंची। कैंपस में लगी लाइट्स को बंद करा कर मशीन से आवास के अंदर, बाहर, बगीचा, पार्किंग एरिया और सीवरेज पाइप की जांच की गई।
विभाग के अफसरों को संदेह है कि आवास में जमीन के भीतर सोना, हीरा, ज्वेलरी और दूसरी कीमती चीजें छिपाकर रखी गई हैं।
बुधवार को भी टीम ने सुशीला निकेतन में कोने-कोने की जांच मशीन से की है। यह पता नहीं चल पाया है कि इसका क्या नतीजा निकला है।
इस बंगले में चल रही तलाशी के दौरान सीआईएसएफ की तैनाती की गई है।
बताया गया है कि उनके आवास से संपत्तियों और कारोबार से जुड़े कई दस्तावेज, निवेश और अकाउंट्स के डिटेल्स हासिल हुए हैं, जिनका परीक्षण किया जा रहा है।
इस बीच जानकारी मिली है कि ओडिशा में साहू की औद्योगिक इकाइयों और अलग-अलग ठिकानों से मिले 354 करोड़ रुपए कैश और जेवरात आदि की बरामदगी के मामले में ईडी भी जांच शुरू करने की तैयारी में है। भुवनेश्वर में ईडी के बड़े अधिकारी ने आयकर टीम से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी ली है। इसके बाद दिल्ली लौट गए।
आयकर विभाग साहू की कंपनियों द्वारा रकम खपाने के लिए हवाला ऑपरेटर्स के इस्तेमाल और शेल कंपनियों में निवेश के बिंदु पर भी जांच में जुटा है।