राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ(RSS) धर्म जागरण के एजेंडे को और धार देगा। आरएसएस प्रमुख की तरफ से निर्देश दिया गया है कि ग्रामीण इलाकों में संघ के कार्यकर्ता फोकस करें। खासतौर पर नौजवान छात्रों को हर धर्म के बारे में जानकारी होनी चाहिए।
एचटी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने कहा है कि संघ का मुख्य कार्य समाज का जागरण करना है। सिर्फ धर्मांतरण रोकना संघ का काम नहीं है, क्योंकि यह तो समाज की समस्या है। समाज स्वयं अपनी समस्या समझे और आगे आए। समाज जागेगा तो धर्मांतरण, लव जिहाद जैसे काम खुद रुक जाएंगे। समाज के जागरण के लिए जरूरी है कि हर बस्ती में संघ की शाखा हो।
संघ प्रमुख मोहन भागवत के लखनऊ प्रवास का रविवार को तीसरा दिन था। उन्होंने निराला नगर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में संघ की विभिन्न गतिविधियों से जुड़े पदाधिकारियों और नगरों के कार्यकर्ताओं संग इन विषयों पर विस्तार से बात की।
संघ अगले साल अपने शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर जाएगा। वहीं, अगले साल लोकसभा चुनाव भी होने हैं। ऐसे में संघ प्रमुख का यह दौरा बेहद अहम है। उन्होंने अवध क्षेत्र के कार्यकर्ताओं को शताब्दी वर्ष से पूर्व हर गांव और बस्ती तक संघ की शाखा पहुंचाने का लक्ष्य दिया। प्रवासी कार्यकर्ताओं को कहा गया कि अधिकाधिक प्रवास करें। शाखा टोली बनवाएं।
सामाजिक जागरण की मुहिम में खासतौर से मलिन और पिछड़ी बस्तियों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। उन बस्तियों में रहने वालों को धर्मांतरण, अस्पृश्यता जैसे तमाम विषयों को लेकर जागरूक करना है ताकि समरसता के जरिए कमजोर वर्ग से आने वाले लोगों को धर्मांतरण के जाल से बचाया जा सके। वहीं, अयोध्या में बन रहे भव्य और दिव्य राम मंदिर निर्माण के लिए भी संघ वृहद स्तर पर जनजागरण अभियान चलाएगा। संघ प्रमुख ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लिए ग्रामों का विकास बेहद जरूरी है।