उत्तर प्रदेश में लगातार बढ़ रहे लव जिहाद के मामलों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार अब ज्यादा सख्त हो गई है। राज्य में 2021 से 30 अप्रैल 2023 तक 427 मामले दर्ज हुए है। धर्मांतरण कानून को लेकर अब तक 833 से ज्यादा गिरफ्तारी हो चुकी है। इसी को लेकर यूपी के स्पेशल डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि अगर कोई स्वेच्छा से धर्म परिवर्तिन करे तो इसमें कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन जबरदस्ती अगर धर्मांतरण कराने की कोशिश करने वाले को बख्सा नहीं जाएगा और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जाएगी।
बता दें कि डीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण का कानून 27 नवंबर 2020 से लागू है। धर्मांतरण को लेकर सरकार द्वारा जो एक्ट लाया गया था उसका सख्ती से अनुपालन कराया जा रहा है। जो भी मामले लव जिहाद के दायरे में लाते हुए धर्मांतरण को जोर दे रहे हैं उनके खिलाफ विधि संबंधित कार्रवाई करने के लिए सरकार संकल्पित है। सामान्य धर्मांतरण के भी समय-समय पर केस सामने आते हैं उनके खिलाफ की कार्रवाई की जा रही है।
स्पेशल डीजी ने इस मामले पर बात करते हुए बताया कि प्रदेश में लगातार धर्म परिवर्तन के मामले सामने आ रहे है। कुछ दिन पहले गाजियाबाद के एक बच्चे को ऑनलाइन गेमिंग के जरिए धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया गया था। इस मामले में पूछताछ कर मुख्य अभियुक्त को दूसरे राज्य लाकर आगे की कार्रवाई की जा रही है और आगे भी ऐसे मामलों पर सख्ती से कार्रवाई करेगें।
उत्तर प्रदेश में 2021 से 30 अप्रैल 2023 तक 427 मामले दर्ज हुए है। धर्मांतरण कानून को लेकर अब तक 833 से ज्यादा गिरफ्तारी हुई है। 185 मामलों में पीड़ित कोर्ट के सामने जबरदस्ती धर्म बदलवाने की बात भी कबूली गई है। नाबालिगों के धर्मांतरण के मामले में अब तक 65 मामले दर्ज हुए है। बरेली जनपद में अब तक सबसे अधिक मामले मिले है। वहीं, दिव्यांग बच्चों का धर्मांतरण कराने वाले रैकेट का खुलासा भी हो चुका है।