जिले के मेहंदीपुर बालाजी में हनुमान जन्मोत्सव पर आयोजित हो रहे दो दिवसीय अपने-अपने राम कथा के संगीतमय आयोजन को लेकर सम्पूर्ण आस्थाधाम को दुल्हन की तरह सजाया गया है। वहीं इस आयोजन में शामिल होने के लिए सोमवार को राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र और महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस दोपहर करीब 1 बजे मेहंदीपुर बालाजी पहुंचे है। इस दौरान बालाजी मंदिर में पहुंचे दोनों राज्यपालों का बालाजी मंदिर सिद्धपीठ के पीठाधीश्वर महंत डॉक्टर नरेशपुरी महाराज द्वारा स्वागत किया गया। साथ ही विद्वान पंडितों ने पंत्रोच्चार के साथ दो राज्यों के राज्यपालों को मंदिर में प्रवेश कराया। इसके बाद राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र और महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस ने स्वयंभू बालाजी महाराज की प्रतिमा के दर्शन कर देश में खुशहाली की कामना की। इस मौके पर उन्होंने बालाजी महाराज को पंचमेवा का भोग लगाया। वहीं महंत डॉक्टर नरेशपुरी महाराज ने दोनों महामहिमों को पुष्प माला पहनाई।
इसके बाद उन्होंने महंत निवास में पहुंचकर महंत डॉक्टर नरेशपुरी महाराज से शिष्टाचार भेंट की। वहीं महंत महाराज द्वारा बालाजी महाराज के इतिहास के बारे में महाराष्ट्र के राज्यपाल को जानकारी दी। दरअसल, जिले की सीमा पर स्थित विश्व विख्यात मेहंदीपुर बालाजी धाम में राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र की विशेष आस्था है। जिसके चलते कई बार वो बालाजी धाम में आ चुके है। लेकिन पहली बार दो राज्यों के राज्यपाल एक साथ मेहंदीपुर बालाजी धाम में पहुंचे है।
राम पर शंका करें तो बुरा नहीं मानें: कुमार विश्वास
दो दिवसीय रामकथा के पहले दिन कवि कुमार विश्वास ने कहा कि यदि कोई राम पर शंका करें तो उसका बुरा मत मानना। बहुत से लोग राम पर शंका करते हैं। आजकल राजनीति में अक्सर राम प्रयोग में लिए जाते हैं। राजनीति में कभी राम पर शंका की जाती है, और कभी प्रश्नचिन्ह खड़ा किया जाता है। मंगलवार को भी दोपहर साढ़े 3 बजे से शाम साढ़े 6 बजे तक रामकथा का संगीतमय वाचन होगा। हनुमान जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में मंगलवार को मंदिर में सुबह महाआरती से पहले स्वयंभू प्रतिमा का पंचामृत से अभिषेक किया गया।
दो दिवसीय रामकथा के पहले दिन कवि कुमार विश्वास ने कहा कि यदि कोई राम पर शंका करें तो उसका बुरा मत मानना। बहुत से लोग राम पर शंका करते हैं। आजकल राजनीति में अक्सर राम प्रयोग में लिए जाते हैं। राजनीति में कभी राम पर शंका की जाती है, और कभी प्रश्नचिन्ह खड़ा किया जाता है। मंगलवार को भी दोपहर साढ़े 3 बजे से शाम साढ़े 6 बजे तक रामकथा का संगीतमय वाचन होगा। हनुमान जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में मंगलवार को मंदिर में सुबह महाआरती से पहले स्वयंभू प्रतिमा का पंचामृत से अभिषेक किया गया।
वहीं राज्यपाल के दौरे को लेकर और हनुमान जन्मोत्सव के चलते रामकथा आयोजन को लेकर दौसा और गंगापुर जिले का प्रशासन अलर्ट मोड़ में है। जिसके चलते दौसा कलेक्टर देवेंद्र कुमार यादव, एसपी रंजिता शर्मा, गंगापुर कलेक्टर गौरव कुमार सैनी, एसपी सुजीत शंकर सहित दोनों जिलों के 600 से अधिक पुलिस के जवानों को कस्बे की सुरक्षा व्यवस्थाओं का जिम्मा सौंपा गया है। ऐसे में आस्थाधाम के चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात किए गए है।