कानपुर देहात के गजनेर के शाहजहांपुर निनाया में दोहरे हत्याकांड मामले में लापरवाही बरतना पुलिस को भारी पड़ गया। एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने गजनेर थाने के निरीक्षक समेत 8 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया।
कानपुर देहात एसपी बीवीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि शाहजहांपुर निनायां में दो पक्षों में विवाद की जानकारी होने के बाद भी गनजेर पुलिस द्वारा लापरवाही बरती गई। इधर घटना वाले दिन विवाद की सूचना पर पीआरवी मौके पर गई। इसके बाद भी विवाद कर रहे लोगों पर कार्रवाई नहीं कई गई। इस पर थाने के प्रभारी निरीक्षक संजेश कुमार, पामा चौकी प्रभारी कौशल कुमार, यूपी 112 के उप निरीक्षक विशुन लाल, मुख्य आरक्षी कमल सोनकर, अमर सिंह, रवींद्र सिंह, नरेश प्रजापति, ब्रजेंद्र पाल को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही विभागीय जांच बैठाई है।
कानपुर देहात के थाना गजनेर क्षेत्र के ग्राम शाहजहांपुर निनाया निवासी सत्यनारायण (72) अपनी जमीन पर मकान निर्माण कर रहे थे। जिसके लेकर पड़ोस में रहने वाले मोहन शुक्ला से उनका उसी जमीन को लेकर विवाद चल रहा था।
इस दौरान निर्माण कार्य में अवरोध पैदा करने के लिए मोहन शुक्ला ने पिकअप गाड़ी खड़ी वहीं पर खड़ी कर दी थी। सतनारायण ने जब निर्माण कार्य होने की जानकारी देते हुए पिकअप गाड़ी हटाने के लिए कहा तो दोनों पक्षों के बीच बहस होने लगी और देखते ही देखते विवाद बढ़ गया था।
इस दौरान मोहन शुक्ला व अन्य लोगो सत्यनारायण व उसके परिवार के साथ मारपीट करने लगे और मोहन शुक्ला और उनके साथियों ने जमकर सत्यनारायण सहित उसके परिवार को पीट दिया था। जिसमे सत्यनारायण सहित 6 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
वही घटना की जानकारी होते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने तत्काल सभी घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल भिजवाया था। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान गंभीर रूप से घायल सत्यनारायण व उसके भाई को कानपुर के हैलेट अस्पताल रेफर कर दिया गया था। जहां सत्यनारायण व उसके भाई की मौत हो गई थी।