रविवार को बहराइच में हुए हिंसा के मामले में मारे गए युवक रामगोपाल मिश्रा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ गई है। रिपोर्ट के मुताबिक रामगोपाल का सीना सिर्फ गोलियों से छलनी नहीं किया गया बल्कि पैर के दोनों अंगूठों के नाखून भी नोच डाले गए थे। अंगूठे पर पड़े निशान हमीद के घर के अंदर रामगोपाल के साथ हुई बर्बरता की कहानी उजागर कर रही हैं। सूत्रों के मुताबिक पोस्टमार्टम के दौरान रामगोपाल के शरीर से दो या चार नहीं बल्कि 35 से अधिक छर्रे निकले हैं। जिसे मौत की मुख्य वजह बताई गई है।
चल रही खबरो और सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, रामगोपाल की हत्या हमीद के घर के अंदर हुई। हमीद और सलमान के घर के सदस्यों ने रामगोपाल को पकड़ा था और उसे अंदर लेकर गए थे। जब यह हिंसा हुई और भीड़ भाग गई तो रामगोपाल अकेला पड़ गया था। इस दौरान सलमान और हमीद उसे अपने घर में खींच कर ले गए। इसके बाद पिलास से रामगोपाल के दोनों पैर के अंगूठे के नाखूनों को उखाड़ दिया।
बताया जा रहा है कि बाद में कुछ लोगों ने शोर मचाया और भीड़ फिर से हमीद के घर पर आ रही थी। इस बीच सलमान ने 12 बोर की बंदूक से रामगोपाल के सीने को छलनी कर दिया। पुलिस ने किसी तरह से रामगोपाल को हमीद के घर से निकाला लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। जिला अस्पताल में उसे मृत घोषित किया गया।
अभी तक मिल रही जानकारी के अनुसार, बहराइच जिले के महसी तहसील के महराजगंज कस्बे में रविवार की शाम मूर्ति विसर्जन के दौरान डीजे पर बज रहे गाने को लेकर विवाद हो गया। गाने के विरोध में दूसरे समुदाय के युवकों ने गाली-गलौज की और छत से पत्थरबाजी कर दी। बताया जाता है कि पत्थर चलने से मां दुर्गा की प्रतिमा खंडित हो गई। जिससे दूसरे समुदाय ने प्रदर्शन शुरू कर दिया।
आरोप है कि प्रदर्शन के दौरान दूसरे समुदाय के लोग एक युवक को घर के अंदर पकड़ ले गए और गोली मार दी। जिससे रेहुवा मंसूर निवासी रामगोपाल मिश्रा(24) की मौत हो गई। वहीं उसे बचाने पहुंचा राजन(28) भी गंभीर रुप से घायल हो गए। यही नहीं लगभग एक दर्जन अन्य लोगों के घायल होने की बात कही जा रही है। स्थिति को काबू में करने के लिए मौके पर छह थानों की पुलिस व पीएसी तैनात है। एसपी वृंदा शुक्ला समेत अन्य आला अधिकारी महराजगंज में कैंप कर रहे हैं।