भारत सहित पुरे विश्व में कोरोना संक्रमण एक बार फिर तेजी से बढ़ रहा है। इसके नए वेरिएंट जेएन1 (JN.1) के मामले सामने आने से स्वास्थ्य अधिकारियों की चिंता बढ़ी हुई है। राहत की बात बस ये है कि जेएन1 गंभीर संक्रमण की वजह नहीं बना है। इस वेरिएंट की वजह से अस्पताल में भर्ती होने की नौबत नहीं आ रही है।
विशेषज्ञों के अनुसार, JN.1 (ओमिक्रॉन संस्करण के वंश से) अधिक संक्रामक है और अधिक तेजी से फैलता है। बुखार, खांसी, सर्दी, गले में खराश और शरीर में दर्द इसके लक्षण होते हैं।
अलग-अलग राज्यों में बढ़ते कोविड के मामलों के कारण रविवार को भारत में सक्रिय कोरोना मरीजों की संख्या 3742 तक पहुंच गई है। केरल में सबसे ज्यादा रिपोर्ट किए गए मामलों ने स्वस्थ्य अधिकारीयों की चिंताएं बढ़ा दी हैं।
डब्ल्यूएचओ के अनुसार पिछले चार हफ्तों के दौरान नए कोविड मामलों की संख्या में 52 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा रविवार को अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार, भारत में एक दिन में 656 कोरोनोवायरस संक्रमणों की वृद्धि देखी गई, जबकि सक्रिय मामले बढ़कर 3742 हो गए हैं।
बात करें बीते 24 घंटे की तो इस दौरान केरल में कोरोना के 4 नए मामले सामने सामने आए। 4 मामलों में से एक मामला कोरोना के नए वेरिएंट जेएन1 का है। इसके साथ ही राज्य में सक्रिय संक्रमितों की संख्या 3,000 के पार पहुंच गई है।
जबकि महाराष्ट्र में इस दौरान 50 नए कोविड के मामले सामने आए हैं। इनमें से 9 मरीज जेएन.1 (JN.1) से संक्रमित हैं। JN.1 रोगियों में ठाणे शहर से पांच, पुणे शहर से दो और पुणे जिले के ग्रामीण इलाकों, अकोला शहर और सिंधुदुर्ग से एक-एक मरीज शामिल हैं। बताया गया है कि पुणे में मिला एक मरीज हाल ही में अमेरिका से वापस आया था।
वहीं, बीते 24 घंटे के दौरान ओडिशा में कोरोना का एक मरीज पाया गया है। इसके साथ ही राज्य में सक्रिय कोविड केस की संख्या 2 हो गई है। जबकि राजस्थान में 11 कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार जयपुर में सात और अलवर, कोटा, दौसा और सवाई माधोपुर जिलों से कोरोना का एक-एक मामला सामने आया है।