दिल्ली में शनिवार को शुरू हुआ बारिश 24 घंटे तक जारी रहा। इस दौरान करीब 150 मिमी से अधिक बारिश हुई। जो की पूरे मानसून का 15 प्रतिशत है। जोरदार बारिश के वजह से कई जगह जलभराव हो गया। इस कारण दिल्ली सरकार ने अपने सभी अधिकारियों और मंत्रियों की छुट्टी कैंसिल कर दी और उन्हें वापस ड्यूटी पर बुलाया। खुद PWD मंत्री कई जगहों पर मुआयना करती दिखी।
भारी बारिश की वजह से दिल्ली में बने बाढ़ के हालात पर PWD मंत्री आतिशी ने कहा कि “पिछले 24 घंटों में 150 मिमी से अधिक बारिश हुई। 40 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। अब हम 150 मिमी बारिश के लिए सभी जरूरी इंतजाम कर रहे हैं। सभी मंत्री सुबह से ही मैदान में हैं।” दिल्ली में बाढ़ के लिए हरियाणा सरकार जिम्मेदार बताते हुए कहा कि खट्टर सरकार ने हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी में 1 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली में बाढ़ आ सकती है।
भारी बारिश और हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़ने के बाद से ही यमुना का जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के मुताबिक रविवार की दोपहर एक बजे यमुना का जल स्तर 203.18 मीटर था और चेतावनी का स्तर 204.5 मीटर है, जो कि मंगलवार को 205.33 मीटर को पार कर जाएगा। इससे राजधानी दिल्ली के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
भारी बारिश को देखते हुए दिल्ली और आसपास के इलाके गाजियाबाद नोएडा में स्कूल बंद रहेंगे। इसका आदेश जारी कर दिया गया है। गुरुग्राम जिला प्रशासन ने एक एडवाइजरी जारी करते हुए कहा गया है कि गुरुग्राम जिले में आने वाले सभी सरकारी और निजी स्कूल (प्ले स्कूल आदि सहित) को बड़े जनहित में और छात्रों की सुरक्षा के लिए कल यानी 10 जुलाई को बंद रहने का निर्देश दिया जाता है।