राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दत्तात्रेय होसबाले ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि एक राजनीतिक दल का नेता होने के नाते, उन्हें जिम्मेदारी भरे बयान देने चाहिए, वास्तविकता देखनी चाहिए। हाल ही में राहुल गांधी ने लंदन में संघ की आलोचना की थी और कहा था कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है। पानीपत के समालखा में आरएसएस की तीन दिवसीय अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा का आयोजन हुआ। इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले और प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर मौजूद रहे।
होसबाले ने इस दौरान कहा कि आरएसएस पर उनके (राहुल गांधी) पूर्वजों ने भी प्रतिबंध लगाने के प्रयास किए थे लेकिन वे राष्ट्र की आवाज को दबा नहीं पाए। दत्तात्रेय ने कहा कि राहुल गांधी कांग्रेस के सांसद हैं। इमरजेंसी जब लागू हुई थी, तब मैं जेल में था। मेरे जैसे लाखों लोगों को जेल भेजा गया था। कांग्रेस ने आज तक इस काम के लिए माफी नहीं मांगी। उनका लोकतंत्र में कोई यकीन नहीं है। अगर वह कहते हैं कि लोकतंत्र खतरे में हैं तो देश में चुनाव चल रहे हैं, पार्लियामेंट चल रही है और पंचायत चुनाव चल रहे हैं, यह सब कैसे हो रहा है।
मैं फिर कह रहा हूं कि राहुल गांधी को जिम्मेदार बनना चाहिए। हम अपना काम करेंगे। उन्होंनें यह भी कहा कि हमने जनसंख्या नियंत्रण की बात नहीं की, हमने जनसंख्या संतुलन की बात कही है। वहीं समलैंगिक विवाह पर दत्तात्रेय ने कहा कि विवाह केवल विपरीत लिंग के लोगों के बीच हो सकता है, संघ समलैंगिक विवाह पर सरकार के विचार से सहमत है।