बिहार के मंत्री एवं पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के बेटे तेज प्रताप यादव का सामान वाराणसी के सिगरा क्षेत्र स्थित एक होटल से बाहर निकालने का प्रकरण सामने आया है। इस संबंध में मंत्री तेजप्रताप यादव के निजी सहायक विशाल सिन्हा ने सिगरा थाने में तहरीर भी दी है। डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम ने बताया कि इस पूरे प्रकरण की छानबीन कराई जा रही है। होटल प्रबंधन से भी पूछताछ की जा रही है।
सहायक विशाल सिन्हा के मुताबिक अरकडिया होटल में कमरा नंबर 205 और 206 में सामान रखा गया था। कमरा नंबर 206 मंत्री तेजप्रताप यादव रुके हुए थे। जबकि 205 में निजी सहायक एवं सुरक्षाकर्मी रुके हुए थे। शुक्रवार रात में गंगा में नौकायन के बाद मंत्री एवं अन्य सभी जब होटल पहुंचे तो दोनों कमरे का सामान रिसेप्शन पर रखा हुआ था। इस संबंध में होटल कर्मियों से पूछताछ करने पर बताया गया कि होटल के जीएम संजय कुमार के कहने पर ऐसा किया गया। घटनाक्रम के बाद मंत्री, उनके निजी सहायक एवं सुरक्षाकर्मी कार से सामान समेत वहां से रवाना हो गए।
इस संबंध में डीसीपी काशी बनारस गौतम ने बताया कि होटल प्रबंधन के मुताबिक दोनों कमरे ऑनलाइन किसी अन्य ने बुक किए थे। जबकि मंत्री एवं उनके लोगों ने यह कमरा बिना बुक कराए ही अपना सामान रख दिया था। इसी कारण उनका सामान निकलवाया गया। बिना बुकिंग के ही मंत्री एवं अन्य के सामान कैसे होटल में रखे गए,इस संबंध में छानबीन कराई जा रही है।