लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर अवैध लाउडस्पीकर/ध्वनि विस्तारक यंत्रों के विरुद्ध चलाये गये राज्यव्यापी अभियान के तहत सोमवार को तेज आवाज वाले 3238 लाउडस्पीकर/ध्वनि विस्तारक यंत्रों को सार्वजनिक/धार्मिक स्थलों से उतारा गया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने सोमवार को एक बयान जारी किया जिसमें कहा गया कि उप्र शासन के निर्देशानुसार लाउडस्पीकर/ध्वनि विस्तारक यंत्रों के विरुद्ध 23 नवंबर से 22 दिसंबर तक एक माह का अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत सोमवार को प्रदेश के सभी जिलों में सुबह पांच बजे से शाम सात बजे तक वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में कार्रवाई की गयी। बयान के अनुसार सार्वजनिक और धार्मिक स्थलों पर कुल 61399 लाउडस्पीकर/ध्वनि विस्तारक यंत्रों की जांच की गयी जिसमें 7288 लाउडस्पीकर/ध्वनि विस्तारक यंत्रों की आवाज कम कराकर मानक के अनुरूप की गयी। इसके अलावा सार्वजनिक/धार्मिक स्थलों पर लगाए गए तेज आवाज वाले 3238 लाउडस्पीकर/ध्वनि विस्तारक यंत्रों को हटाया गया। बयान में कहा गया कि कई पुलिस टीम द्वारा निर्धारित ध्वनि सीमा का उल्लंघन कर रहे लोगों को सचेत किया गया।
पुलिस ने आवाज तथा ध्वनि विस्तारक यंत्रों की संख्या मानक के अनुसार नहीं रखने पर लोगों को नोटिस जारी कर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। पिछले वर्ष अप्रैल माह में राज्य सरकार ने अभियान चलाकर धर्म स्थलों से लाउडस्पीकर उतारने की कार्रवाई बड़े पैमाने पर शुरू की थी। इस अभियान के बाद सात मई को झांसी मंडल की एक समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि राज्य में अब तक एक लाख से अधिक लाउडस्पीकर उतारे गए हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया था कि यह सुनिश्चित किया जाए कि उतारे गए लाउडस्पीकर को दोबारा नहीं लगाया जाए।