अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें कम होने की जगह बढ़ ही रही हैं। पिछले कुछ महीनों से पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति एक बार फिर सुर्खियों में हैं। पर इसकी वजह उनके किए कोई अच्छे काम नहीं, बल्कि विवादित काम हैं। पिछले कुछ महीनों में ट्रंप को कई झटके लग चुके हैं और अब उन्हें अपने एक पुराने और विवादित काम के लिए एक और झटका लगा है।
2016 से 2020 तक ट्रंप अमरीका के राष्ट्रपति पद पर रहे। 2020 में अमरीका में हुए राष्ट्रपति पद के चुनाव में ट्रंप की हार हुई और अपनी हार को स्वीकार नहीं कर सके। इसी वजह से ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव के रिज़ल्ट को पलटने की साजिश रची और इसके लिए पूरी कोशिश भी की। इसी सिलसिले में ट्रंप पर मामला चल रहा था और अब उन पर ऐसा करने का आरोप तय भी हो गया है। अमरीका की राजधानी वॉशिंगटन डी.सी. (Washington D.C.) में स्थित अदालत ने उनके खिलाफ यह फैसला सुनाया।
ट्रंप ने 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में हार टालने की पूरी कोशिश की। इसके लिए ट्रंप ने अपनी पावर का गलत इस्तेमाल भी किया लेकिन उन्हें जीत नहीं मिली। पर चुनावी रिज़ल्ट को पलटने के मामले में ट्रंप पर चार गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इनमें धोखा देने की साजिश, अधिकारों के खिलाफ षड्यंत्र रचने की साजिश, सरकारी कार्यवाही में बाधा डालने की साजिश और आधिकारिक कार्यवाही में बाधा डालने की साजिश शामिल हैं।
ट्रंप पर लगे इन आरोपों के लिए 45 पन्नों की चार्जशीट को कोर्ट में दायर किया गया था। जानकारी के अनुसार इन आरोपों की वजह से ट्रंप को 20 साल तक की जेल की सज़ा मिल सकती है। 4 महीने में यह ट्रंप पर लगा तीसरा आपराधिक आरोप है।
2020 के राष्ट्रपति चुनाव में हार के बाद ट्रंप ने अपने समर्थकों को अमरीकी कैपिटल बिल्डिंग पर हमला करने के लिए उकसाया भी था, जिससे प्रदर्शनकारियों ने कैपिटल बिल्डिंग पर हमला कर दिया था। बाद में उन पर काबू पाया गया था। इस मामले में भी ट्रंप फंस सकते हैं।
अमरीका में 2024 में यानी कि अगले साल ही राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने वाले हैं। ट्रंप पहले ही अपने दावेदारी जाता चुके हैं और प्रचार-प्रसार के लिए अपना चुनावी अभियान भी शुरू लकर चुके हैं। ऐसे में ट्रंप का बार-बार विवादों में फंसना और उनके खिलाफ अलग-अलग आरोप तय होना उनके लिए अगले साल अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव में नुकसानदायक साबित हो सकता है।