पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अगले राष्ट्रपति चुनाव में संभावित विजयी बनने की स्थिति में अवैध प्रवासियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की शुरुआत हो चुकी है। न्यूयॉर्क शहर के मेयर एरिक एडम्स ने हाल ही में घोषणा की कि अब से शहर अवैध प्रवासियों को वाउचर नहीं जारी करेगा। यह वाउचर कार्यक्रम तब शुरू हुआ था जब न्यूयॉर्क ने लगभग 900 प्रवासी परिवारों को सहायता देने के लिए प्रीपेड डेबिट कार्ड प्रदान किए थे। यह फैसला ट्रंप के चुनावी अभियान के दौरान हुई एक महत्वपूर्ण बातचीत का परिणाम है, जिसमें उन्होंने अवैध प्रवासियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का वादा किया था।

न्यूयॉर्क में मार्च 2024 में एक पायलट प्रोग्राम की शुरुआत की गई थी, जिसमें लगभग 900 प्रवासी परिवारों को 3,000 डॉलर मूल्य के डेबिट कार्ड दिए गए थे। ये कार्ड विशेष रूप से भोजन और शिशुओं की आवश्यकताओं के लिए थे। इसका उद्देश्य यह था कि प्रवासी परिवारों को जरूरी सामान मिल सके और उन्हें दैनिक जीवन की समस्याओं का सामना न करना पड़े। कार्डों का उपयोग केवल खाद्य सामग्री और बच्चों के सामान खरीदने के लिए किया जा सकता था, जिससे भोजन की बर्बादी में कमी आई और स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी कुछ योगदान हुआ। इस पायलट कार्यक्रम के तहत, न्यूयॉर्क शहर के अधिकारियों ने यह अनुमान लगाया था कि कार्यक्रम के विस्तार से इसकी लागत 53 मिलियन डॉलर तक बढ़ सकती है। यह कार्यक्रम विशेष रूप से उन प्रवासियों के लिए था जो अमेरिका में अवैध रूप से आए थे और उन्हें स्थानीय आश्रय प्रदान किया गया था। 2022 के बाद से न्यूयॉर्क शहर में 200,000 से अधिक प्रवासी आ चुके हैं, जिनमें से कई को आश्रय और अन्य संसाधन उपलब्ध कराए गए थे।

यह वाउचर कार्यक्रम अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान विशेष रूप से चर्चा का विषय बन गया था। ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी ने इसे एक मुद्दा बना दिया और इसकी कड़ी आलोचना की। रिपब्लिकन नेताओं का कहना था कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से अवैध प्रवासियों को अमेरिका में और आकर्षित किया जाएगा और यह अमेरिकी नागरिकों के लिए समान लाभ नहीं प्रदान करेगा। रिपब्लिकन आलोचकों ने यह भी तर्क दिया कि इस योजना से स्थानीय टैक्सपेयर्स के पैसे की बर्बादी हो रही थी, क्योंकि यह केवल कुछ विशेष प्रवासी परिवारों को ही लाभ दे रही थी। इसके अलावा, कुछ रिपब्लिकन नेताओं ने यह भी कहा कि यह योजना अन्य अनिर्दिष्ट अप्रवासियों को न्यूयॉर्क में आने के लिए प्रोत्साहित कर सकती है, जो पहले से ही अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे हैं।

डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव के दौरान यह स्पष्ट रूप से कहा था कि वह अवैध प्रवासियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। उनके चुनावी अभियान के प्रवक्ता ने कहा था कि अगर वह फिर से राष्ट्रपति बनते हैं, तो वह अपने चुनावी वादे को पूरा करेंगे और अवैध प्रवासियों को अमेरिका से बाहर करेंगे। ट्रंप का पूरा राजनीतिक करियर इमिग्रेशन और अवैध प्रवासियों के मुद्दे पर केंद्रित रहा है। 2016 में राष्ट्रपति बनने के बाद उन्होंने मेक्सिको और अमेरिका की सीमा पर दीवार बनाने का कार्य शुरू किया था, ताकि मेक्सिको से बड़ी संख्या में अमेरिका में घुसने वाले प्रवासियों को रोका जा सके। अब एक बार फिर, ट्रंप ने पेंसिल्वेनिया में अपनी चुनावी रैली में कहा था कि राष्ट्रपति बनने के बाद वह अमेरिका में अवैध तरीके से प्रवेश करने वालों के खिलाफ इतिहास का सबसे बड़ा एंटी-इमिग्रेशन प्रोग्राम शुरू करेंगे।

ट्रंप ने यह भी वादा किया था कि राष्ट्रपति बनने के बाद वह अवैध तरीके से अमेरिका में रह रहे प्रवासियों की डिपोर्टेशन की प्रक्रिया शुरू करेंगे। उनका कहना था कि वह उन लाखों प्रवासियों को डिपोर्ट करेंगे, जो अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे हैं। उनका यह मानना है कि अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे प्रवासियों को बाहर करना देश की सुरक्षा और आर्थिक हित में आवश्यक है। ट्रंप के इस रुख से यह स्पष्ट होता है कि उनका इमिग्रेशन नीति पर सख्त रुख है और वह अमेरिका में अवैध प्रवासियों को रोकने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। 2016 में राष्ट्रपति बनने के बाद, उन्होंने मेक्सिको से अमेरिका में अवैध रूप से आने वाले प्रवासियों को रोकने के लिए एक दीवार बनाने का आदेश दिया था।

न्यूयॉर्क शहर द्वारा वाउचर कार्यक्रम को बंद करने का कदम एक संकेत है कि ट्रंप के चुनावी दबाव में अन्य राज्य और शहर भी अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त कदम उठा सकते हैं। हालांकि, इस फैसले के बाद, उन प्रवासी परिवारों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है, जो इन वाउचरों पर निर्भर थे। न्यूयॉर्क शहर के मेयर एरिक एडम्स ने इस फैसले की घोषणा करते हुए कहा कि यह पायलट प्रोग्राम अपनी अवधि समाप्त कर चुका था, और अब इसे आगे बढ़ाने का कोई कारण नहीं था। उन्होंने यह भी कहा कि शरणार्थी कार्यक्रमों के लिए अब अधिक प्रतिस्पर्धी अनुबंध की आवश्यकता है, और इसलिए इस कार्यक्रम को खत्म करना पड़ा।

यह कदम न्यूयॉर्क और ट्रंप के खिलाफ इमिग्रेशन नीति में बड़ा बदलाव का संकेत है। न्यूयॉर्क जैसे प्रमुख शहरों में अवैध प्रवासियों के खिलाफ उठाए गए कदमों का असर देशभर में देखा जा सकता है। अगर ट्रंप अगले राष्ट्रपति चुनाव में जीतते हैं, तो उनका इमिग्रेशन पर सख्त रुख पूरे अमेरिका में लागू हो सकता है। इसके परिणामस्वरूप, अवैध प्रवासियों के लिए कड़ी चुनौतियाँ और डिपोर्टेशन का खतरा हो सकता है।

 

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Verified by MonsterInsights