झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश कैलाश प्रसाद देव का शुक्रवार को निधन हो गया। वे बीते कई महीनों से असाध्य बीमारियों से जूझ रहे थे।
न्यायाधीश देव ने रांची के मेडिका अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनका पार्थिव शरीर उनके आवास पर श्रद्धांजलि हेतु रखा गया है। अपराह्न तीन बजे उनका पार्थिव शरीर उनके आवास से झारखंड उच्च न्यायालय परिसर में लाया जाएगा। अंतिम यात्रा उच्च न्यायालय परिसर से चार बजे रांची स्थित मुक्तिधाम के लिए जाएगी।
जस्टिस कैलाश प्रसाद देव मूल रूप से झारखंड के देवघर जिले के करनीबाग मोहल्ले के रहने वाले थे। उनका जन्म 1 अगस्त 1967 में हुआ था। दिल्ली में लॉ की डिग्री लेने के बाद इन्होंने 1996 में देवघर सिविल कोर्ट में प्रैक्टिस प्रांरभ की। इसके बाद वे पटना हाई कोर्ट चले गए। झारखंड हाई कोर्ट बनने के बाद ये रांची आ गए। वह सरकार के विभिन्न विभागों और सीबीआई के अधिवक्ता रह चुके थे।
जस्टिस देव को कई उल्लेखनीय फैसलों के लिए जाना जाता रहा है। पिछले साल उन्होंने झारखंड हाईकोर्ट में पहली बार एक केस की सुनवाई हिंदी में की थी और फैसला भी हिंदी में सुनाया था।