झांसी । भगवान से शादी करने के मामले पहले भी कई बार सामने आये हैं, जब लडकियों ने भगवान को अपना पति मानकर उनसे विवाह कर लिया। बीते कुछ समय उत्तर प्रदेश के मथुरा में कृष्ण के प्रेम में दीवानी एक लड़की ने उन्हें अपना पति बना लिया था। ऐसा ही एक मामला झांसी से आया है जहां गोल्डी नाम की एक लड़की ने भगवान शंकर को अपना पति मान लिया है।
जानकारी के मुताबिक झांसी की बड़ागांव गेट बाहर अन्नपूर्णा कालोनी निवासी 27 वर्षीय लड़की गोल्डी जो कि बीकॉम पास है, ने भोलेनाथ को अपना पति मान लिया और भगवान शिव की अर्धांगनी बन गई। जब गोल्डी ने अपने परिवार को बताया कि वह भोलेनाथ से विवाह करना चाहती है तो उसके परिवार वालों ने उसकी इस इच्छा मे अपनी सहमति दे दी। वरमाला के साथ ही शादी की अन्य रस्मे भी पूरे विधि-विधान के साथ पूरी की गई। बाकायदा ढोल-नगाड़े के साथ भोले बाबा की बारात आई और गोल्डी की शादी उनसे कराई गई। इस शादी कई मेहमानों और रिश्तेदारों ने हिस्सा लिया।
बविना के डाकघर में उप डाकपाल के पद पर कार्यरत बलराम रायकवार के एक पुत्र व तीन बेटियां है। जिसमें गोल्डी सबसे बड़ी बेटी है। बचपन से ही गोल्डी को इन्दौर के ब्रह्मकुमारी आश्रम मे पढ़ने के लिये भेज दिया गया था। वहां हॉस्टल में रह कर उसने ग्रेजुएशन पास किया। इसके साथ-साथ उसने अध्यात्मिक पढाई भी की थी और वह समाजसेवा से भी जुड़ गई।
इस शादी के लिये गेस्ट हाउस भी लिया गया था। बाकायदा, भगवान शिव के शिवलिंग को रथ पर सवार कर बारात निकाली गई। जहां पूरी धूमधाम बैंड बाजे और घोड़ा बग्गी के साथ बारात पहुंची। भोलेनाथ का दूल्हे की तरह सजाया भी गया। फिर दुलहन गोल्डी ने भगवान शंकर के वरमाला डाली और विवाह की पूरी रस्मे निभायी। इस शादी मे गोल्डी के पूरे परिवार वाले और रिश्तेदार शामिल थे। सभी ने वर वधू को आशीर्वाद दिया और उनके सुखी जीवन की कामना की। गोल्डी ने बताया की उन्हें बचपन से ही भगवान शंकर से शादी करने का मन था। विवाह के बाद आज वह बहुत खुश है। उसने अपना पूरा जीवन शिवजी को समर्पित कर दिया है और अब वे ही हर मुसीबत में उसका साथ देंगे।