उत्तराखंड के चमोली में भीषण लैंड स्लाइड की खबर है। पलक झपकते ही यह पहाड़ दरक गया। पहाड़ का सारा मलबा सड़क पर बिखर गया। इसकी वजह से जोशीमठ-बद्रीनाथ हाईवे को तत्काल बंद कर दिया गया है, लेकिन राहत की बात है कि किसी भी प्रकार के जान माल के हानि नहीं हुई है।
मौके पर मौजूद कई लोगों ने इस घटना को वीडियो में कैद कर लिया। भूस्खलन की वजह से नेशनल हाईवे 7 जोशीमठ-बद्रीनाथ हाईवे बंद हो गया है। इसके चलते चार धाम यात्रियों पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए मुसीबतें पैदा हो गई हैं। पहाड़ के टूटने से सड़क भी ब्लॉक हो गया है। इससे आम राहगीरों को भी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
ये नजारा इतना भयानक था कि देखने वालों की रूह तक कांप गई। गनीमत रही कि जिस समय ये पहाड़ टूट कर गिरा उस समय कोई वाहन वहां से न तो गुजर रहा था और न ही वहां कोई वाहन खड़ा था। घटना लगभग पौने एक बजे के आसपास की है। बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर पातालगंगा के पास यातायात टनल के ठीक ऊपर पहाड़ी से भारी लैंडस्लाइड होने लगी।
सूचना मिलते ही प्रशासन भी सतर्क हो गया और तीर्थ यात्रियों को सुरक्षा की दृष्टि से कर्णप्रयाग, चमोली, पीपलकोटी जगह-जगह स्थानों पर सुरक्षित रोक लिया गया।
यहां पर सुरक्षित यातायात के लिए वाहनों और यात्रियों की सुरक्षा के लिए लंबी टनल बनाई गई है। लेकिन बुधवार को अचानक हुए लैंडस्लाइड से बड़ी दुर्घटना होने से बच गयी। इस टनल का एक मुहाना मलबे से बंद हो गया है। पहाड़ का मलबा सड़क पर गिरा हुआ है।
बता दें कि इससे पहले 9 जुलाई को जोशीमठ में बद्रीनाथ नेशनल हाईवे पर भयानक लैंडस्लाइड हो गया था। इस दौरान पूरा पहाड़ गिर गया था। इसके बाद बद्रीनाथ नेशनल हाईवे को ब्लॉक कर दिया गया था। आमतौर पर बारिश के मौसम में पहाड़ों के ध्वस्त होने की घटना सामने आती रहती हैं।