उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर राज्य के मुर्हिदाबाद जिले में हाल ही में हुई हिंसा को लेकर तीखा हमला किया और उन पर धर्मनिरपेक्षता की आड़ में तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया। मंगलवार को धामी ने कहा कि बंगाल में जिस तरह के मुद्दे हो रहे हैं, उससे पूरा देश आंदोलित है। धर्मनिरपेक्षता के नाम पर ममता बनर्जी जिस तरह की तुष्टिकरण की राजनीति कर रही हैं, वह हमें 1947-48 की याद दिलाती है।
एक चैनल से बात करते हुए धामी ने आगे कहा कि ऐसा लगता है कि वे भूल गए हैं कि आज का भारत 1947 का भारत नहीं है। जल्द ही लोग ममता बनर्जी को उखाड़ फेंकेंगे। सोमवार को ओडिशा पुलिस ने मुर्शिदाबाद जिले में हुई हिंसा से जुड़े छह लोगों को गिरफ्तार किया। आरोपियों को झारसुगुड़ा में उनके ठिकाने से पकड़ा गया। अधिकारी ने कहा, “छह लोगों को झारसुगुड़ा में उनके ठिकाने से गिरफ्तार किया गया है। वे मुर्शिदाबाद के जंगीपुर पुलिस जिले के समसेरगंज के जाफराबाद और बेतबोना गांवों में आगजनी और दंगे के मामलों में शामिल थे और घटना के बाद ओडिशा भाग गए थे।”
वहीं, भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने सोमवार को मुर्शिदाबाद जिले के हिंसा प्रभावित शमशेरगंज का दौरा किया, जहां उन्होंने स्थानीय लोगों से बातचीत की और प्रभावित क्षेत्र का दौरा नहीं करने के लिए प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना की। केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री मजूमदार ने पूछा, ‘‘10 दिन हो गए हैं, फिर भी मुख्यमंत्री नहीं आई हैं। अगर पीड़ित हिंदू समुदाय के नहीं होते तब भी क्या उनका रवैया ऐसा ही होता?’’ भाजपा नेता ने 11-12 अप्रैल की घटना के दौरान क्षतिग्रस्त या लूटे गए धार्मिक स्थलों का दौरा किया। उन्होंने कहा, धर्म के प्रति सच्चा सम्मान सभी धर्मों का सम्मान करने में निहित है।’’