राजस्थान में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले प्रदेश में विभिन्न मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शनों का दौर भी जारी है। मंगलवार को जयपुर में सात सूत्री मांगों को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
दोपहर 12 बजे आतिश मार्केट में छात्र शक्ति मंथन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके बाद दोपहर 1ः30 बजे एबीवीपी के कार्यकर्ता सीएम हाउस की ओर कूच करने लगे। इस दौरान सीएम हाउस कूच रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोक लिया। इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी हुई।
इसके बाद छात्रों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। विवेक विहार मेट्रो स्टेशन पर छात्रों का प्रदर्शन जारी रहा। मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़ने पर पुलिस ने दो दर्जन से अधिक छात्रों को गिरफ्तार कर लिया।
ये हैं प्रमुख मांगें
- राजस्थान में पेपरलीक रोकथाम के लिए कड़े कानून को लागू किया जाए। इसके साथ ही पेपरलीक प्रकरण की सीबीआई जांच हो।
- यूपीएससी की तर्ज पर आरपीएससी और कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आयोजित होने वाली आगामी भर्ती परीक्षाओं का भर्ती कैलेंडर जारी किया जाए।
- राजस्थान के सरकारी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में लेक्चरर के खाली पदों पर भर्ती जल्द से जल्द की जाए।
- प्रदेश में महिला उत्पीड़न, संगठित अपराध, साइबर क्राइम, भूमाफिया का बढ़ता ग्राफ बेहद चिंताजनक है। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
- वीरांगनाओं की विभिन्न मांगों का उचित समाधान निकाला जाए। स्कूल और कॉलेज में लड़कियों की एजुकेशन फ्री की जाए। इसके साथ ही बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता दिया जाए। राजस्थानी भाषा को मान्यता दी जाए।