ईरान के सरकारी टेलीविजन ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी तथा अन्य लोगों को ले जा रहे हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद ‘‘किसी के भी जीवित होने का कोई संकेत न मिला” है। सरकारी मीडिया के अनुसार, दुर्घटनास्थल एक दुर्गम घाटी में स्थित है और बचावकर्ता अभी वहां तक नहीं पहुंचे हैं। ईरान की रेड क्रीसेंट सोसायटी के प्रमुख पीर हुसैन कोलिवैंड ने सरकारी मीडिया को बताया कि सोमवार सुबह होने पर बचावकर्मियों ने करीब दो किलोमीटर की दूरी से हेलीकॉप्टर को देखा। जिसका एक वीडियो भी सामने आया। रईसी, विदेश मंत्री हुसैन अमीरब्दुल्लहियान और अन्य को ले जा रहा यह हेलीकॉप्टर रविवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
राष्ट्रपति रायसी, विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन और अन्य अधिकारियों को ले जा रहे हेलीकॉप्टर का उड़ान के लगभग 30 मिनट बाद संपर्क टूट गया। इससे तत्काल चिंताएं पैदा हो गईं और बड़े पैमाने पर खोज एवं बचाव अभियान चलाया गया। ईरान के सरकारी मीडिया की प्रारंभिक रिपोर्टों में स्थिति को “दुर्घटना” बताया गया है। ईरान के कार्यकारी मामलों के उप राष्ट्रपति मोहसिन मंसूरी ने कहा कि राष्ट्रपति के दल के दो सदस्यों ने बचाव टीमों से संपर्क किया था, जिससे पता चला कि यह घटना भयावह नहीं हो सकती है। मंसूरी ने कहा कि संचार मंत्रालय संभावित दुर्घटना स्थल को दो किलोमीटर के दायरे में सीमित करने में कामयाब रहा है।
ईरानी राज्य मीडिया ने बताया कि आर्थिक कूटनीति के उप विदेश मंत्री मेहदी सफारी ने दावा किया कि तबरीज़ शुक्रवार के प्रार्थना नेता 63 वर्षीय राष्ट्रपति रायसी के साथ गिराए गए हेलीकॉप्टर से फोन के माध्यम से बात करने में कामयाब रहे थे। रिपोर्ट में कहा गया है, “मेहदी सफारी, जो राष्ट्रपति रायसी के काफिले को ले जाने वाले तीन हेलीकॉप्टरों में से एक में मौजूद थे, ने कहा कि तबरीज़ शुक्रवार के प्रार्थना नेता ने दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर के अंदर से राष्ट्रपति को फोन किया था।”