वित्त वर्ष 2023-24 के लिए शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 20.66 प्रतिशत बढ़कर 13,70,388 करोड़ रुपये हो गया है। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 11,35,754 करोड़ रुपये था।
मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि 13,70,388 करोड़ रुपये (17 दिसंबर तक) के शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह में 6,94,798 करोड़ रुपये का निगम कर (रिफंड देने के बाद) और प्रतिभूति लेनदेन कर (एसटीटी) सहित व्यक्तिगत आयकर 6,72,962 करोड़ रुपये (रिफंड देने के बाद) शामिल है।
आधिकारिक बयान में कहा गया है कि 2023-24 में 17 दिसंबर तक 2,25,251 करोड़ रुपये का रिफंड भी जारी किया गया है।
मंत्रालय ने बताया कि कर संग्रह में 6,25,249 करोड़ रुपये का अग्रिम कर शामिल है; स्रोत पर 7,70,606 करोड़ रुपये की कर कटौती; 1,48,677 करोड़ रुपये का सेल्फ असेसमेंट टैक्स; 36,651 करोड़ रुपये का नियमित मूल्यांकन कर; और अन्य लघु मदों के तहत कर 14,455 करोड़ रुपये का कर शामिल है।
वित्त वर्ष 2023-24 (17 दिसंबर तक) के लिए कुल अग्रिम कर संग्रह के अनंतिम आंकड़े पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के लिए 5,21,302 करोड़ रुपये के अग्रिम कर संग्रह के मुकाबले 6,25,249 करोड़ रुपये है जो 19.94 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
बयान में कहा गया है कि अग्रिम कर संग्रह में 4,81,840 करोड़ रुपये का निगम कर और 1,43,404 करोड़ रुपये का व्यक्तिगत आयकर शामिल है।