केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि वोटर बहुत होशियार होता है। वह खाता सबका है लेकिन वोट उसी को देता है जिसे उसे देना होता है। उन्होंने बताया कि उन्होंने एक बार लोगों के बीच एक-एक किलो मटन बंटवाया था, फिर भी वह चुनाव हार गए थे क्योंकि आज का वोटर बहुत जागरूक है। गडकरी रविवार शाम महाराष्ट्र राज्य शिक्षक परिषद के कार्यक्रम में चुनाव जीतने के तरीके बता रहे थे।
गडकरी ने कहा कि चुनाव के दौरान प्रचार के लिए बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए जाते हैं। कई लोग वोटर को पैसा खिलाते हैं लेकिन मेरा मानना है कि इलेक्शन केवल लोगों के बीच विश्वास पैदा करके जीते जाते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि कई लोग उनसे कहते हैं-‘हमें सांसदी का टिकट दे दो। वह नहीं तो विधायक का टिकट दे दो। नहीं तो एम.एल.सी. बनवा दो। ये नहीं तो आयोग दे दो, ये सब भी नहीं तो मेडिकल कॉलेज ही दे दो। मेडिकल कॉलेज नहीं तो इंजीनियरिंग कॉलेज या फिर बी.एड कॉलेज तो दे दो। यह भी नहीं तो प्राइमरी स्कूल दे दीजिए। इससे मास्टर की आधी पगार हमें मिल जाएगी।’ मंत्री ने कहा कि लेकिन इससे देश नहीं बदलता।