खतौली। युवक की सड़क हादसे में मौत होने के प्रकरण में ग्राम प्रधान को हिरासत में लिए जाने से आक्रोशित भाकियू कार्यकर्ताओं ने कोतवाली में धरना देकर प्रदर्शन किया। पूरे दिन के धरने के बाद एसडीएम और सीओ के आश्वासन देने पर भाकियू कार्यकर्ताओं ने धरना समाप्त कर दिया।
बीते दिनों गांव रसूलपुर केलौरा निवासी एक युवक की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जाम करके मुआवजे की मांग की थी। पुलिस ने आश्वासन देने के बाद जाम खुलवा दिया था। इसके बाद कोतवाली पुलिस ने एक दर्जन नामजद के अलावा बीस पच्चीस अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया था।
अगले दिन पुलिस ने गांव प्रधान व भाकियू पदाधिकारी अंकुश कुमार को हिरासत में लेकर थाने लाकर बैठा दिया था। देर रात को भाकियू कार्यकर्ताओं ने थाने में हंगामा करके गांव प्रधान को छुड़ा लिया था। इससे आक्रोशित भाकियू कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को थाने में धरना प्रदर्शन किया। वक्ताओं ने मृतक युवक के परिजनों को मुआवज़ा दिए जाने, सड़क पर जाम लगाने वालों के विरुद्ध लिखे मुकदमे को समाप्त किए जाने की मांग की। वक्ताओं ने विद्युत विभाग के अधिकारियों पर भी तानाशाही से कार्य करने का आरोप लगाया।
धरने पर बैठे भाकियू कार्यकर्ताओ के बीच एसडीएम सुबोध कुमार, सीओ रविशंकर मिश्रा, कोतवाल मुकेश कुमार ने आकर मांगों को माने जाने का आश्वासन दिया। जिसके बाद भाकियू नेताओं ने धरना समाप्त करने की घोषणा कर दी।
धरना प्रदर्शन करने वालों में प्रमोद अहलावत जिला उपाध्यक्ष, ओमपाल मालिक राष्ट्रीय महासचिव, अशोक घटायन, रविंद्र दोरालिया, नवीन राठी, योगेश शर्मा जिलाध्यक्ष, विकास शर्मा युवा मंडल अध्यक्ष, कपिल सोम युवा जिलाध्यक्ष, राकेश चौधरी नगर अध्यक्ष, सतेंद्र चौहान ब्लॉक अध्यक्ष सहित सैकड़ों भाकियू कार्यकर्ता शामिल रहे।