गुरुग्राम में मंगलवार को ताजा हिंसा देखी गई। यहां के खांडसा रोड के पटौदी चौक पर कई मांस की दुकानों, कबाड़ की दुकानों और फर्नीचर मरम्मत की दुकानों पर हमला किया गया, जबकि सेक्टर-70 में कई झोपड़ियों में आग लगा दी गई।

हालांकि, अग्निशमन अधिकारियों ने दावा किया कि किसी भी घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।

इससे पहले मंगलवार को बादशाहपुर इलाके में लोगों के एक समूह ने कम से कम चार भोजनालयों और कबाड़ की दुकानों में आग लगा दी थी।

अलग-अलग गाड़ियों में पेट्रोल की बोतलें लेकर आए 200 से ज्यादा लोगों ने उनमें आग लगा दी।

पलवल में भी सांप्रदायिक हिंसा फैल गई और 25-30 से अधिक झुग्गियों में आग लगा दी गई।

पुलिस ने कहा कि गुरुग्राम के सेक्टर 57 इलाके में एक 26 वर्षीय व्यक्ति की हत्या कर दी गई और एक धार्मिक स्थल को आग लगा दी गई, क्योंकि हिंसा पड़ोसी नूंह जिले से फैल गई।

ताजा घटना के बाद गुरुग्राम पुलिस ने जनता से शहर में कानून व्यवस्था की स्थिति को बाधित न करने की अपील की है।

एसीपी (अपराध) वरुण दहिया ने कहा, “गुरुग्राम में हिंसा की सूचना के बीच पूरे गुरुग्राम में प्रमुख स्थानों पर कई पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। लोग किसी भी हिंसा के बारे में 112 नंबर डायल करके गुरुग्राम पुलिस को सूचित कर सकते हैं।”

भीड़ ने धार्मिक स्थल पर किया हमला’

गुरुग्राम में मंगलवार तड़के 100 लोगों की भीड़ ने कथित तौर पर एकधार्मिक स्थल में आग लगा दी, उसके बाद एक की मौत हो गयी।

करीब 100 लोगों की भीड़ ने गुरुग्राम के सेक्टर-57 इलाके में धार्मिक स्थल में तोड़फोड़ की और आग लगा दी।

डीसीपी नितीश अग्रवाल ने कहा है कि सेक्टर 57 स्थित धार्मिक स्थल को भीड़ ने आग के हवाले कर दिया।

उन्होंने कहा, “हमने कुछ आरोपियों की पहचान कर ली है और जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।”

इसमें बिहार के रहने वाले एक शख्स की मौत हो गई, जबकि एक घायल हो गया।

एफआईआर के मुताबिक, धार्मिक नारे लगा रही 100-120 लोगों की भीड़ ने मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों पर पथराव भी किया।

भीड़ में शामिल लोगों ने धार्मिक स्थल में घुसकर फायरिंग शुरू कर दी।

इस दौरान धार्मिक स्थल  के अंदर मौजूद एक शख्स की मौत हो गई, जबकि पैर में गोली लगने से शख्स घायल हो गया।

मौके पर मौजूद हरियाणा पुलिस के एएसआई संदीप ने मामले में एफआईआर दर्ज कराई है। कुछ हमलावरों की पहचान कर ली गई है।

उन्होंने दावा किया, “भीड़ ने गोलीबारी की और साद को लाठियों से पीटा। साद और खुर्शीद को भीड़ ने पकड़ लिया, जबकि अन्य तीन लोगों ने छिपकर अपनी जान बचाई।”

इज़हार के मुताबिक, हमले के वक्त धार्मिक स्थल के बाहर 4 से 5 पुलिसकर्मी तैनात थे।

घटना के बाद गुरुग्राम पुलिस के कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की।

करीब छह फायर ब्रिजों ने सुबह तक आग पर काबू पा लिया था।

इस बीच, इलाके में धार्मिक स्थलों के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

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