मुख्तार अंसारी को यूसूफपुर मोहम्मदाबाद (गाज़ीपुर) के कालीबाग कब्रिस्तान में दफनाया गया। माफिया मुख्तार अंसारी की मौत हृदय गति रुकने से ही हुई थी।
माफिया मुख्तार अंसारी आज सुपुर्द-ए-ख़ाक हो गया है। कड़ी सुरक्षा के बीच सुपुर्द-ए-ख़ाक किया गया।
मुख्तार अंसारी की कब्र उनके पिता सुभान उल्लाह अंसारी के बगल में खोदी गई है। मुख्तार अंसारी का शव परिवारवालों की मौजूदगी में सुपुर्द-ए-खाक किया गया है। उनके इस आखिरी समय में हजारों की संख्या में समर्थक जुटे।
28 मार्च की रात बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की तबियत बिगड़ गई थी जिसके बाद कार्डिक अरेस्ट से उसकी मौत हो गई थी।
29 मार्च को 3 डॉक्टरों के पैनल ने अंसारी का पोस्टमॉर्टम किया और शव परिजनों को सौंप दिया था। मुख्तार अंसारी की मौत की न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं।