गाजियाबाद में बीती रात करीब तीन बजे के आसपास साउथ इंडस्ट्रियल एरिया में आसपास बनी दो फैक्ट्रियों में आग लग गई। इनमें से केमिकल फैक्ट्री है और दूसरी गत्ता फैक्ट्री।
आग पर काबू पाने के लिए गाजियाबाद, नोएडा और अन्य जिलों से भी फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मंगाई गई हैंं, जो 5 घंटे से आग पर भाव काबू करने का प्रयास कर रही हैं। इस घटना में किसी के हताहत होने की फिलहाल कोई सूचना नहीं है।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी (सीएफओ) राहुल पाल ने बताया कि बीती रात करीब साढ़े तीन बजे साउथ इंडस्ट्रियल एरिया के प्लॉट नंबर-22-13 स्थित प्रेम इंडस्ट्रीज में आग लगने की सूचना मिली। सूचना पर फायर टेंडर मौके पर पहुंचे तो पता चला कि ये एक केमिकल फैक्ट्री है, जहां से आग की शुरुआत हुई। फायर फाइटर्स ने जब तक बचाव-राहत कार्य शुरू किया, तब तक ये आग इससे सटी गत्ता फैक्ट्री तक पहुंच चुकी थी। फैक्ट्री के प्रत्येक एंट्री-एग्जिट गेट, खिड़कियों से सिर्फ आग की तेज लपटें उठ रही थीं। फायर फाइटर्स सिर्फ बाहर से ही पानी की बौछार करके आग पर काबू पाने के प्रयास में जुटे हुए थे, लेकिन आग अंदर गत्ते के बड़े-बड़े बंडलों में लगी हुई थी।
सीएफओ ने बताया की गाजियाबाद, नोएडा, मेरठ और हापुड़ जिले से दमकल की 17 गाड़ियां मौके पर हैं। जेसीबी से दीवार तोड़कर एप्रोच बनाया जा रहा है, ताकि फायर फाइटर्स अंदर घुसकर आग पर तेजी से काबू पा सकें। सुबह 8 बजे तक आग पर 80 फीसदी काबू पाया जा सका था, लेकिन गत्ते के बंडलों में आग बार-बार सुलग रही है। इसलिए जेसीबी से गत्ते के रोल्स बाहर निकलवाए जा रहे हैं और फिर उन पर पानी डाला जा रहा है।
बताया जा रहा है कि रात में इस फैक्ट्री में उत्पादन कार्य बंद रहता है। इसलिए जब फैक्ट्री में आग लगी, तब कोई कर्मचारी मौजूद नहीं था। माना जा रहा है कि शॉर्ट सर्किट के चलते ये हादसा हुआ है। फिलहाल गत्ता फैक्ट्री में कितना नुकसान हुआ है, इसका कोई आकलन नहीं है। लेकिन नुकसान काफी अधिक माना जा रहा है, क्योंकि फैक्ट्री के अंदर गत्ते के ज्यादातर बंडल जल चुके हैं और मशीनों तक भी आग पहुंची है। केमिकल फैक्ट्री की आग बुझा ली गई है, जबकि गत्ता फैक्ट्री की आग पर काबू पाने का प्रयास जारी है। ये घटना कोतवाली घंटाघर थाना क्षेत्र के साउथ साइड इंडस्ट्रियल इलाके की है।