उत्तर प्रदेश के हरदोई से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां पर छह दिन पहले एक बच्चा लापता हो गया था। लेकिन पुलिस उसकी तलाश नहीं कर पाई। इसी बीच बुधवार को उस बच्चे का क्षत-विक्षत शव गन्ने के खेत में पड़ा मिला। इस घटना के बाद इलाके में सनसनी फेल गई। पुलिस मौके पर पहुंची और देखा कि शव के टुकड़े 20 मीटर क्षेत्र में फैले हुए थे। पुलिस ने शव के टुकड़े एकत्र कर पहले पॉलीथिन और फिर कफन में रखे गए और फिर पोस्टमार्टम के लिए भेजे।
जानकारी के अनुसार, शाहाबाद कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी व्यक्ति ने पुलिस को 19 अक्टूबर को तहरीर दी थी। बताया कि 18 अक्टूबर की दोपहर उसका पुत्र (11) रात में गांव में ही खेलने गया था। इसके बाद उसका कुछ पता नहीं चला। परिजनों ने रातभर उसकी तलाश की लेकिन कुछ पता नहीं चल सका और फिर 19 अक्टूबर को पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली। लेकिन बच्चे की तलाश नहीं कर पाई। इसके बाद बुधवार दोपहर गांव निवासी एक शख्स बच्चे के घर से एक किलोमीटर दूर खेत में धान काट रहा था। पास के ही खेत में गन्ने की फसल थी। खेत से बदबू आने पर उन्होंने ग्रामीणों को बताया। ग्रामीणों ने अंदर जाकर देखा तो बच्चे का क्षत-विक्षत शव पड़ा था।
इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। जानकारी पर एसपी नीरज कुमार जादौन मौके पर पहुंचे और जांच की। फोरेंसिक टीम ने भी मौके से नमूने लिए। बच्चे के शव के टुकड़े लगभग 20 मीटर क्षेत्रफल में फैले हुए थे। कहीं हाथ की हड्डी तो कहीं पैर की हड्डी पड़ी हुई थी। शरीर के ज्यादातर हिस्से से मांस गायब हो चुका था। शव देखकर वहां मौजूद सभी लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। पुलिस ने शव के टुकड़े एकत्र किए और पोस्टमार्टम के लिए भेजे। वहीं, इस मामले में पुलिस का कहना है कि जांच चल रही है। कहीं न कहीं पुलिस को आशंका है कि कोई बहुत करीबी परिचित ही उसे गन्ने के खेत ले गया होगा। जबरन गन्ने के खेत और घर से दूरी इतनी ज्यादा है कि रास्ते में कोई भी देख सकता था। साथ ही, कुकर्म के बाद गला दबाकर हत्या किए जाने की भी आशंका जताई जा रही है और मवेशियों ने नोंच खाया होगा।
परिजनों ने बच्चे की गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दी। परिजनों को भरोसा था कि पुलिस उनके बेटे को खोज निकालेगी। बच्चों की गुमशुदगी के मामलों को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार जादौन ने भले ही ऑपरेशन मुस्कान चला रखा हो, लेकिन मातहतों की लापरवाही ने एक परिवार की खुशी छीन ली। पुलिस बच्चे की तलाश नहीं कर पाई और उसकी जान चली गई। इस घटना का खुलासा करने की जिम्मेदारी अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी मार्तंड प्रकाश सिंह को सौंपी गई है। पूरे मामले की विवेचना भी उनकी निगरानी में हो रही है। उन्होंने कहा कि घटना का खुलासा जल्द से जल्द किया जाएगा। मामले में लापरवाही करने वाले पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई होने की संभावना है।