फिलीपींस में एक विवादास्पद धार्मिक नेता अपोलो क्विबोलोय के आश्रम पर पुलिस ने बड़े पैमाने पर छापा मारा, जिसके दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। खुद को “ईश्वर का पुत्र” कहने वाले क्विबोलोय के आश्रम में एक गुप्त मार्ग का पता चला, जो कथित तौर पर सेक्स स्लेव के लिए बनाए गए एक तहखाने तक जाता था। इस तहखाने में एक भव्य लाउंज मिला, जिसका दरवाजा इस तरह से बनाया गया था कि वह दीवार जैसा दिखता था। इस 75 एकड़ के विशाल परिसर में रास्ते भूलभुलैया की तरह हैं, और पुलिस को वहां कई संदिग्ध गतिविधियों का पता चला।
अपोलो क्विबोलोय, जो फिलीपींस के दावो सिटी से ताल्लुक रखते हैं, पर कई जघन्य अपराधों में शामिल होने का आरोप है। उनकी किंगडम ऑफ जीसस क्राइस्ट चर्च नामक संस्था के 60 लाख से अधिक फॉलोवर्स हैं। अमेरिका में भी क्विबोलोय पर धोखाधड़ी और बच्चों की यौन तस्करी में शामिल होने के आरोप हैं।
पुलिस ने इस बड़े ऑपरेशन के लिए 2000 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया था। एक मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर छापा मारकर पुलिस ने दो महिलाओं को बचाया, जिन्हें कथित तौर पर सेक्स स्लेव के रूप में बंदी बनाकर रखा गया था। इसके अलावा, पुलिस को संदेह है कि परिसर के अंदर और भी कई कट्टरपंथी अनुयायी छिपे हो सकते हैं, जिनका पता लगाने के लिए रडार का भी इस्तेमाल किया गया।
आंतरिक सचिव बेनहुर अबालोस ने कहा कि सरकार दावो सिटी के इंजीनियरिंग कार्यालय से आश्रम का नक्शा प्राप्त कर रही है ताकि निर्माण नियमों के उल्लंघन की जांच की जा सके। हालांकि, क्विबोलोय (Quiboloy) ने सभी आरोपों से इनकार किया है और इसे शैतान के एजेंटों की साजिश बताया है। वह पहले से ही एफबीआई की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल हैं और उनके खिलाफ नवंबर 2021 में यौन तस्करी के आरोपों में गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था।
FBI ने यह भी आरोप लगाया था कि क्विबोलोय ने महिलाओं को निजी सहायक या पादरी के रूप में काम करने के लिए भर्ती किया, जिनसे घर के काम, मसाज, और रात में यौन संबंध बनाने जैसे काम करवाए जाते थे। इसे क्विबोलोय “Night Duty” कहता था।
हालांकि, पुलिस की छापेमारी के बाद क्विबोलोय ने खुद को निर्दोष बताया और कानून का सामना करने की बात कही, लेकिन इसके बाद वह अचानक से गायब हो गया है। फिलहाल पुलिस उसकी तलाश कर रही है। इस बीच, क्विबोलोय के समर्थक इस छापेमारी के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं, जिसमें अब तक 18 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, और 6 पुलिस वाले घायल हुए हैं।
क्विबोलोय की गिरफ्तारी और उसके खिलाफ कार्रवाई ने फिलीपींस और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापक चर्चा को जन्म दिया है। कई लोगों के लिए यह मामला एक गंभीर चेतावनी है कि धार्मिक आस्था के नाम पर हो रहे अपराधों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।