मुजफ्फरनगर(नीरज कुमार)। कलेक्ट्रेट में राष्ट्रीय महिला एकता संगठन के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने अपना डेरा डालते हुए सरकार से खादर क्षेत्र को बाड़ से निजात दिलाने के लिए पुल निर्माण करवाए जाने की मांग करते हुए बर्बाद हुई किसानों की फसल का मुआवजा दिलवाने की मांग की है। इस दौरान धरने पर मौजूद रिया किन्नर ने प्रदेश सरकार से मांग करते हुए कहा कि जनपद के खादर क्षेत्र में सोलानी नदी के चढ़ जाने से किसने की फसल बर्बाद होने के साथ-साथ गांव में भी जल भराव की स्थिति हो जाती है जिस कारण गांव वासियों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। वही किसान के द्वारा दिन रात मेहनत करके फसल को तैयार की जाती है मगर जरा सी गलती के कारण किसान की मेहनत जाया हो जाती है। रिया किन्नर का कहना है कि यदि सोलानी नदी पर पुल का निर्माण कराया जाए तो किसान एवं गांव वासियों को जल भराव की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। उन्होंने कहा कि बाढ़ आने के कारण गांव से संपर्क टूट जाता है। उन्होंने कहा कि गांव से संपर्क बनाए रखने एवं छात्र-छात्राओं को स्कूल कॉलेज तक जाने के लिए प्रशासन द्वारा एक नाव का प्रबंध कराया गया है जिसकी लागत लगभग 1 लख रुपए है। उन्होंने कहा कि प्रतिवर्ष सरकार द्वारा ₹100000 लगाकर नव का प्रबंध कराया जाता है मगर हमेशा के छुटकारा दिलवाए जाने के लिए पुल निर्माण करने में क्या समस्या आ रही है। वहीं राष्ट्रीय अध्यक्ष किन्नर नाजिम बाजी ने कहा कि प्रदेश में काबिज भाजपा की योगी सरकार में गरीबों का उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गरीबों की सुनवाई नहीं हो पा रही है जिस कारण गरीबों को सरकारी दफ्तरों की परिक्रमा करनी पड़ रही है। बावजूद इसके कोई किसी प्रकार की कार्यवाही अमल में नहीं लाई जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि यही हालत योगीराज में रहे तो गरीब मजलूम एवं किसानों का भरोसा भाजपा सरकार से उठ जाएगा। उन्होंने खादर वीडियो को बाढ़ से निजात दिलाने एवं सोलानी नदी पर पुल का निर्माण करने के लिए प्रदेश मुखिया योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि पुरकाजी कस्बे के शेरपुर खादर के कई गांव में सोलानी नदी का पानी आ जाता है और बाढ़ आ जाती है। उन्होंने कहा कि एक गांव के चारों ओर पानी भर जाता है जिससे उसे गांव का संबंध मां सड़क से टूट जाता है। उन्होंने कहा कि संपर्क टूट जाने से गांव वाले बहुत सारी दिक्कतों का सामना करते हैं और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने से बहुत से जंगली जानवर एवं जहरीले जानवर घरों में घुस जाते हैं। उन्होंने कहा कि गांव वासियों के लिए प्रेग्नेंट लेडीज की डिलीवरी होने के दौरान समस्याओं का पहाड़ बनकर खड़ा हो जाता है क्योंकि बाढ़ की स्थिति पैदा होने से गांव का संपर्क टूट जाता है और आने-जाने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि एक प्रेग्नेंट लेडिस को नव में बैठ कर कैसे अस्पताल तक ले जाया जा सकता है। राष्ट्रीय महिला एकता संगठन द्वारा पांच सूत्रीय मांग पत्र प्रदेश मुखिया को संबोधित दिया गया है। संगठन द्वारा पांच मुख्य मांग रामनगर गांव वालों के लिए सोलानी नदी पर पुल का निर्माण कराया जाए, सोलानी नदी पर बांध का निर्माण कराया जाए जिससे हर साल बाढ़ न आ सके और गांव वालों को किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करनापद सके, बाढ़ आने के कारण जितना भी नुकसान किसानों को हुआ है उनको मुआवजा देकर नुकसान की भरपाई की जाए, सोलानी नदी के किनारे मजबूती से बंधे जाए ताकि गांव और घरों में पानी न आ सके और किसानों एवं गांव वासियों को जान माल का खतरा न बना सके इसके अलावा सिंचाई विभाग द्वारा सिर्फ उतना ही पानी छोड़ा जाए जितनी सोलानी नदी की क्षमता है आदि सभी मांगे जल्द से जल्द पूरी करवाई जाने के लिए संगठन द्वारा प्रदेश मुखिया योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई गई है। धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से राष्ट्रीय अध्यक्ष किन्नर नाजी बाजी, रिया किन्नर प्रीति किन्नर रेखा नीलम जूली ए सुशील सरित सहित सैकड़ो महिला कार्यकर्ता मौजूद रही।