प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अमरावती दौरे के बीच कांग्रेस ने शुक्रवार को उन पर कटाक्ष किया और पूछा कि क्या वह आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने के बहुप्रतीक्षित वादे को पूरा करेंगे? विपक्षी पार्टी का यह बयान प्रधानमंत्री मोदी के अमरावती में आयोजित होने वाले कार्यक्रम से पहले आया है, जहां वह 58,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे, जिसमें ग्रीनफील्ड राजधानी शहर का निर्माण फिर से शुरू करना भी शामिल है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पूछा कि सरकार ने जाति जनगणना की घोषणा के साथ कांग्रेस के ‘न्याय पत्र’ के दृष्टिकोण को लागू करना शुरू कर दिया है, तो क्या वह आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने के बहुप्रतीक्षित वादे को भी पूरा करेगी।
रमेश ने कहा, ‘‘उन्होंने (प्रधानमंत्री) मार्च 2014 में तिरुपति में भी यही वादा किया था।” कांग्रेस नेता ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘इसके अलावा, आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम में की गईं कई अन्य प्रतिबद्धताएं पूरी नहीं हुई हैं – जिसमें कडप्पा स्टील प्लांट, दुग्गीराजुपटनम पोर्ट, काकीनाडा पेट्रो कॉम्प्लेक्स और राज्य के लिए एक कृषि विश्वविद्यालय शामिल हैं।” रमेश ने कहा, ‘‘वे दस साल तक इन पर पैर पीछे खींचते रहे। क्या वे आखिरकार इन्हें पूरा करेंगे?” केंद्र ने बुधवार को घोषणा की कि जाति गणना अगली जनगणना का हिस्सा होगी, जिसमें आजादी के बाद पहली बार जाति विवरण शामिल किया जाएगा। कांग्रेस ने जाति जनगणना के सरकार के फैसले का श्रेय अपनी दबाव नीति को दिया है।
