इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने 24 घंटे के लिए अस्पतालों में बंदी का आह्वान किया है। एक्शन कमेटी के चेयरमैन डॉ. विनय अग्रवाल ने कहा कि सरकार डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
देश के सभी छोटे-बड़े अस्पतालों में शनिवार सुबह 6 बजे से हड़ताल शुरू होगी, जो अगले दिन रविवार की सुबह 6 बजे तक चलेगी। इस दौरान ओपीडी के साथ बाकी सेवाएं बंद रहेंगी, लेकिन इमरजेंसी वार्ड चालू रहेंगे।
एक्शन कमेटी के चेयरमैन डॉ. विनय अग्रवाल ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 17 अगस्त को सभी सरकारी और गैर सरकारी अस्पताल के रूटीन ओपीडी , रूटीन सर्जरी, इन्वेस्टिगेशन डायग्नोस्टिक रूटीन की सेवाएं बंद रहेंगी। जनता को कोई भी समस्या न हो इसके लिए उन्हें इमरजेंसी सेवाएं मिलती रहेंगी। गंभीर मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराना जारी रहेगा। डॉक्टर उन्हें इमरजेंसी वार्ड में सेवाएं प्रदान करते रहेंगे। साथ ही जो मरीज अस्पताल में पहले से हैं, उनका भी इलाज जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि सब जानते हैं कि कोलकाता मामले में जो व्यक्ति पकड़ा गया है, क्या वो सच में आरोपी है? कोलकाता में एक आक्रोश है कि जो व्यक्ति पकड़ा गया है, वो असली आरोपी नहीं है, बल्कि इसके पीछे कोई साजिश है। सीबीआई मामले की जांच कर रही है। सरकार को इसका सहयोग करना चाहिए। हम अस्पतालों को बंद नहीं रखना चाहते हैं, लेकिन हमारे पास और कोई विकल्प नहीं है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार से मांग है कि देश के सभी अस्पतालों में सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। अगर अस्पताल में सुरक्षा नहीं होगी तो कोई डॉक्टर मरीज का इलाज करने कैसे जाएगा ? सुरक्षा की व्यवस्था हर जगह हो सकती है तो अस्पताल में क्यों नहीं ? हमारी मांग है कि इस मामले में आरोपी को कड़ी सजा दी जाए। साथ ही पीड़िता के परिजनों को उचित मुआवजा भी दिया जाए।
गौरतलब है कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में 9 अगस्त को एक महिला ट्रेनी डॉक्टर की लाश मिली थी। महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म किया गया था और बड़े ही बेरहमी से उसकी हत्या कर दी गई थी। पुलिस इस मामले में अब तक 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है।