उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को राज्य की पिछली सरकारों पर हमला करते हुए कहा कि अब राज्य में कोई दंगा नहीं होता और जो लोग अशांति फैलाते थे वे अब बेचैन हैं। मुख्यमंत्री ने यहां इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में विश्वकर्मा जयंती समारोह के दौरान यह बात कही। उन्होंने विश्वकर्मा श्रम सम्मान और ‘एक जिला, एक उत्पाद’ (ओडीओपी) योजनाओं के तहत कारीगरों को टूलकिट वितरित किए। साथ ही उन्होंने एमएसएमई इकाइयों को 50,000 करोड़ रुपये का ऋण भी दिया।
मिली जानकारी के मुताबिक, उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में कोई दंगा नहीं होता। आम नागरिक सुरक्षित हैं, जबकि जो लोग अशांति फैलाते थे वे अब बेचैन हैं। ये लोग लोगों की रोजी-रोटी की कीमत पर फलते-फूलते थे। आदित्यनाथ ने कहा कि हमें यह स्वीकार करना चाहिए कि सुरक्षा एक समृद्ध भविष्य की नींव है। हमारी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि त्योहार और कार्यक्रम सुरक्षित रूप से मनाए जाएं। उन्होंने पिछली सरकारों की आलोचना करते हुए उन पर केवल अपने लाभ पर ध्यान केंद्रित करने और अनैतिक प्रथाओं में लिप्त होने का आरोप लगाया।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि पिछली सरकारों की ‘भ्रष्ट गतिविधियों’ के कारण उत्तर प्रदेश को पहचान के संकट का सामना करना पड़ा, किसान आत्महत्या करने को मजबूर हुए, युवा काम की तलाश में पलायन कर गए, गरीब भूख से मर रहे थे और उद्यमी तथा महिलाएँ सुरक्षा की माँग कर रही थीं। उन्होंने दावा किया कि आज उत्तर प्रदेश की प्रतिष्ठा फिर से स्थापित हुई है। आदित्यनाथ ने कहा, “जातीय विभाजन या वैचारिक मतभेदों में निहित राजनीति के माध्यम से कल्याण प्राप्त नहीं किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने ग्रेटर नोएडा में आगामी यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2024 को वैश्विक स्तर पर राज्य की क्षमता को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच भी करार दिया। उन्होंने कहा कि राज्य में स्वरोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के प्रयासों के तहत अगले 10 वर्षों में 10 लाख युवाओं को ब्याज मुक्त ऋण प्रदान किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि केवल शांति और सुरक्षा ही उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए बेहतर भविष्य की गारंटी दे सकती है। उन्होंने चेतावनी दी कि जो कोई भी राज्य की सुरक्षा को बाधित करने का प्रयास करेगा उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।